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गर्ल्स हॉस्टल में रात को डांडिया खेल रहीं थी छात्राएं, तभी नशे में पहुंच गया सुपरवाइजर, फिर हुआ कुछ ऐसा…

जोधपुर एमबीएम विश्वविद्यालय में विवाद, डांडिया खेलने के दौरान अभद्रता के मामले ने तूल पकड़ा

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Jodhpur Dandiya

एआई तस्वीर

गजेंद्र सिंह दहिया
जोधपुर।
एमबीएम विश्वविद्यालय के गर्ल्स हॉस्टल संख्या-14 में शनिवार रात को डांडिया खेलने के दौरान विवाद सामने आया है। छात्राओं ने मैस में काम करने वाले सुपरवाइजर पर नशे में होने और डांडिया खेल रही छात्राओं से बदतमीजी करने का आरोप लगाया है। वहीं हॉस्टल वार्डन का कहना है कि छात्राओं ने डांडिया की अनुमति किससे ली। छात्राएं तेज गाने बजा रही थी। सुपरवाइजर उन्हें टोकने गया था। ऐसा कोई बड़ा मामला नहीं है।

100 से अधिक छात्राओं ने चीफ वार्डन को दी लिखित शिकायत

छात्राओं ने चीफ वार्डन को दी लिखित शिकायत में बताया कि शनिवार रात को मैस में काम करने वाला सुपरवाइजर शराब के नशे में बैडमिंटन कोर्ट पहुंचा और डांडिया खेल रही छात्राओं के पास जाकर बदतमीजी करने लगा। शिकायत के अनुसार मैस एजेंट अंकल उनके पास आकर बोले कि मेरे पास सब जगह आने की परमिशन है और रूम में भी।

इसके बाद मैस एजेंट अंकल ने मैटर्न मैम के साथ भी दुर्व्यवहार किया। मैस एजेंट ने छात्राओं की तरफ अपना मोबाइल नम्बर लिखकर कागज की एक चिट भी फैंकी। करीब 100 छात्राओं ने अपने हस्ताक्षर युक्त एक शिकायत चीफ वार्डन को दी। इसमें फर्स्ट ईयर, सैकेण्ड ईयर और फाइनल ईयर की सभी छात्राएं शामिल हैं।

शिकायत के अनुसार यह घटना रात 8.30 बजे से लेकर रात 9.45 बजे की बताई जा रही है। छात्राओं के अनुसार वे जब भी हॉस्टल से बाहर आती-जाती है। सिक्योरिटी गार्ड रजिस्टर में उनके नाम के साथ मोबाइल नम्बर भी लिखता है। मैस का सुपरवाइजर यहीं से उनके मोबाइल नम्बर लेता है और उनको अश्लील मैसेज भी करता है।

पहली भी सामने आया था विवाद

हॉस्टल संख्या-14 में पांच महीने पहले मई में खराब खाने और दूषित पानी की वजह से सौ से अधिक छात्राओं को डायरिया हो गया था। कुछ छात्राओं को हॉस्पिटल में भी भर्ती कराना पड़ा। छात्राओं ने मैस का टैंडर बदलने को कहा, लेकिन विवि प्रशासन नहीं माना।

विवि प्रशासन : हॉस्टल के भीतर का गेट रात 10 बजे बंद करने को कहा

प्रशासन ने वार्डन को हॉस्टल के भीतर का गेट रात 10 बजे बंद करने को कहा है। साथ ही मैस संचालक कम्पनी से सुपरवाइजर को हटाने का बोला है।

चीफ वार्डन प्रो. एनसी बरवड़ से बातचीत

प्रश्न- छात्राओं की शिकायत पर क्या कार्रवाई की?
उत्तर- हमने मैस संचालक कम्पनी को सुपरवाइजर को हटाने को बोला है।

प्रश्न- मामला क्या था?
उत्तर- हॉस्टल में रात दस बजे तक खाना चलता रहता है और मैस का स्टाफ इधर-उधर आता-जाता रहता है। सुपरवाइजर गेट के पास ही खड़ा था, बैडमिंटन कोर्ट में नहीं गया। गेट में बच्चियां आती-जाती रहती है इसलिए खुला रहता है।

प्रश्न- सुपरवाइजर ने मोबाइल नम्बर लिखकर छात्राओं पर चिट भी फैंकी?
उत्तर- चिट वहीं पड़ी थी। वैसे भी उस पर लिखे मोबाइल नम्बर सुपरवाइजर के नहीं हैं।

प्रश्न- इतनी गंभीर घटना हो गई। आपने पुलिस में एफआइआर दर्ज क्यों नहीं करवाई?
उत्तर- पहली बात तो यह है कि छात्राओं ने डांडिया की अनुमति किससे ली? वे तेज गाने बजा रही थी। वह उन्हें टोकने गया था। ऐसा कोई बड़ा मामला नहीं है।