राजस्थान के जोधपुर के जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के पेंशनर्स ने गुरुवार को अपने धरने के 85वें दिन विवि के केंद्रीय कार्यालयिस्थत कुलपति और रजिस्ट्रार कार्यालय पर कब्जा जमा लिया। विवि में हमेशा की तरह न तो कुलपति थे और न ही रजिस्ट्रार।
वहां से वरिष्ठ पेंशनर्स ने कार्यवाहक कुलपति प्रो.अजीत कुमार कर्नाटक को फोन लगाया तो उन्होंने अपने प्रतिनिधि के तौर पर कार्यवाहक रजिस्ट्रार व कमला नेहरु महिला महाविद्यालय की निदेशक प्रो. संगीता लुंकड़ को भेजा। प्रो लुंकड़ पेंशनर्स के लिए तीन महीने की पेंशन मिलने की खुशखबरी लेकर आई थी लेकिन सरकार का पैसा विवि के खाते में ट्रांसफर होने से पेंशनर्स भड़क गए थे।
पेंशनर्स को गुरुवार शाम तक मार्च, अप्रेल और मई महीने की पेंशन उनके खातों में आ गई। जून और जुलाई की पेंशन 11 अगस्त को देने का वादा किया है। विवि में करीब 1450 पेंशनर्स हैं, जिसमें से एमबीएम विवि से जुड़े करीब 267 पेंशनर्स को आठ महीने से और शेष को पांच महीने से पेंशन नहीं मिली है। वर्ष 2021 के बाद सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों को अब तक सेवानिवृत्ति लाभ मसलन गेच्युएटी वगैरह से भी वंचित है।
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सरकार ने तीस जुलाई को 50 करोड़ रुपए का टर्म लोन दिया, लेकिन विवि में पैसे की बंदरबांट से बचाने के लिए यह पैसा ट्रेजरी में दिया ताकि सरकार खुद पेंशनर्स के बैंक खाते में पेंशन डाल सके और विवि को पेंशनर्स की सूची देने को कहा। एक सप्ताह बाद भी विवि ने पेंशनर्स का डाटा नहीं दिया।
पेंशनर्स के बढ़ते आंदोलन को देख और सीएम के आगामी जोधपुर दौरे को देखते हुए आखिर सरकार ने 25 करोड़ रुपए विवि के खाते में ट्रांसफर किए तब जाकर पेंशनर्स को पेंशन मिल सकी। पेंशनर्स ने आंदोलन जारी रखने को कहा है।
हम पेंशन का स्थाई समाधान चाहते हैं। विवि ने जानबूझकर इतने दिनों तक पेंशनर्स का डाटा सरकार को नहीं दिया था। हमारा आंदोलन जारी रहेगा।
-प्रो. रामनिवास शर्मा, अध्यक्ष, जेएनवीयू पेंशनर्स सोसायटी
Updated on:
07 Aug 2025 10:07 pm
Published on:
07 Aug 2025 09:47 pm