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करौली में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर छाएगा उल्लास, मदनमोहनजी मंदिर में लगेगा श्रद्धालुओं का तांता

जन्माष्टमी को लेकर प्रसिद्ध मदनमोहनजी सहित अन्य कृष्ण मंदिरों में तैयारियां चल रही हैं।

madanmohanji mandir
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Photo- Patrika Network

MadanMohanJi Temple: बृज संस्कृति से ओत-प्रोत करौली नगरी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर कृष्ण भक्ति से सरोबार होगी। शहर में शनिवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का उल्लास छाएगा। जन्माष्टमी को लेकर प्रसिद्ध मदनमोहनजी सहित अन्य कृष्ण मंदिरों में तैयारियां चल रही हैं। मंदिर परिसर को आकर्षक रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया जा रहा है।

वहीं, इस अवसर पर उमडऩे वाली हजारों भक्तों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए भी तैयारियां की जा रही हैं। पुलिस-प्रशासन भी शहर की यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए व्यवस्थाओं में जुटा है। गौरतलब है कि जन्माष्टमी पर मदनमोहनजी मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। जिले के विभिन्न गांवों-कस्बों के अलावा दूरदराज क्षेत्रों से श्रद्धालु भगवान मदनमोहनजी के दर्शनों के लिए यहां आएंगे।

जन्माष्टमी पर उमडऩे वाली भीड़ के मद्देनजर इस बार भी भगवान के जन्मोत्सव समारोह का सोशल मीडिया पर लाइव प्रसारण किया जाएगा। वहीं मंदिर परिसर चौक में बड़ी एलईडी लगाई जाएंगी। श्रीमदनमोहनजी महाराज मंदिर ट्रस्ट प्रबंधक मलखान पाल एवं कार्यकारी अधिकारी किशनपाल सिंह ने बताया कि श्रीमदनमोहनजी मंदिर में कृष्ण जन्माष्टमी उत्सव शनिवार को धूमधाम से मनाया जाएगा।

रात 11.30 से 12 बजे तक होंगे जन्म झांकी के दर्शन

इस अवसर पर मदनमोहनजी महाराज के महाभिषेक जन्म की झांकी के दर्शन रात्रि 11.30 बजे से 12 बजे तक होंगे। रात 12.30 भगवान की महाआरती के दर्शन होंगे। इस अवसर पर भगवान की नियमित होने वाली अन्य झांकियों का दर्शन समय यथावत रहेंगे। मदनमोहनजी मंदिर के अलावा अन्य कृष्ण मंदिरों में भी विशेष तैयारियां की जा रही हैं। इधर, फूटाकोट चौराहे से लेकर मदनमोहनजी मंदिर तक लाइट लगाने के साथ सजावट की जा रही है।

सजेगा नन्द दरबार, होगा ढांड़ा-ढांड़ी नृत्य

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर मदनमोहनजी मंदिर परिसर में भगवान के जन्म से पहले शाम को ढांड़ा-ढांड़ी नृत्य (नन्दबाबा बधाई उत्सव) की परम्परा है। रियासतकाल से चली आ रही ढांड़ा-ढांड़ी नृत्य की परम्परा आकर्षण का केन्द्र रहती है। कार्यकारी अधिकारी किशनपाल ने बताया कि शाम 5 से 6 बजे तक यह आयोजन होगा। श्रद्धालुओं की भीड़ के बीच नन्द बाबा के दरबार में भजनों पर नृत्य करते ढांडा-ढांडी नन्द बाबा (मंदिर पुजारी) को बधाई देते हैं।

इस परम्परा के तहत जन्माष्टमी पर चौधरी परिवार की ओर से अर्पण की जाने वाली पोशाक भगवान को धारण कराई जाती है। चौधरी परिवार और उनके वशंज जन्माष्टमी पर लल्ला (श्रीकृष्ण) को गाजे-बाजे के साथ पोशाक लेकर पहुंचते हैं।

वाहनों का प्रवेश रहेगा प्रतिबंधित

शहर में जन्माष्टमी पर यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए शनिवार को सभी छोटे-बड़े वाहनों का प्रवेश परकोटे अन्दर प्रतिबंधित किया गया है। पुलिस उपाधीक्षक अनुज शुभम ने बताया कि जन्माष्टमी पर परकोटे अन्दर मोटरसाइकिलों से लेकर अन्य बड़े वाहनों का प्रवेश बंद रहेगा। जिससे श्रद्धालुओं को मंदिर तक आवाजाही में कोई परेशानी नहीं हो। इसके अलावा मंदिर से यात्रियों के प्रवेश व निकासी का मार्ग अलग अलग होगा। उन्होंने शहर के दुकानदारों और शहरवासियों से भी सहयोग की अपील की है।