कटनी. कटनी जनपद के देवरी हटाई गांव में आंत्रशोथ का कहर है। 50 से अधिक ग्रामीण उल्टी दस्त से पीडि़त हो गए है। ग्रामीणों को जिला अस्पताल में भर्ती कर व गांव में स्वास्थ्य विभाग द्वारा कैंप लगाकर उपचार किया गया है। हालांकि गांव में अब हालात सामान्य है। मंगलवार को तीन मरीजों को उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया गया है।
जानकारी के अनुसार के अनुसार देवरीहटाई में पिछले एक सप्ताह से उल्टी-दस्त से पीडि़त मरीज मिल रहे थे। अचानक ही यहां मरीजों की संख्या बढ़ी तो हडक़ंप मच गया। आनन-फानन में एक दर्जन से अधिक लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शिविर लगाया। आंत्रशोथ फैलने के बाद पीएचई विभाग की टीम पानी के परीक्षण के लिए यहां पहुंची तो पाइपलाइन में लीकेज होना पाया गया। नलजल योजना के तहत गांव में बिछी पाइपलाइन में कई स्थानों पर लीकेज से गंदा पानी समाकर पानी की टंकी में जा रहा था। पीएचई विभाग ने यहां पानी के सैंपल लेने के बाद नलजल योजना की सप्लाई बंद करवा दी है।
दूषित पानी से आंत्रशोथ फैलने के कारण गांव में नलजल योजना की सप्लाई बंद करवा दी गई है। गांव में पिछले पांच दिनों से सप्लाई बंद है। पानी की टंकी से भी पानी निकाल दिया गया है। विभाग ने यहां ग्रामीणों को सिर्फ हैंडपंप का पानी पीने की सलाह दी है।
उल्टी-दस्त के प्रकोप के बीच गांव में तीन लोगों की मौत होने से हडक़ंप मचा हुआ है। हालांकि इनकी मौत के कारण अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं है लेकिन ग्रामीण इससे दहशत में हैं। ग्रामीणों ने बताया कि गांव के गांव के रामकृपाल यादव (75), काशी प्रसाद कुशवाहा (65) व प्रकाश सिंह (65) की गांव में घर पर ही मौत हुई है।
गांव में नलजल योजना के सप्लाई के लिए बिछी पाइपलाइन पुरानी हो गई है। ग्रामीणों व स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा लीकेज की समस्या बताते हुए पाइपलाइन बदलने की शिकायत पीएचई व लोकसुनवाई में की गई थी लेकिन इस समस्या को गंभीरता से नहीं लिया गया। अधिकारियों की बेपरवाही का खामियाजा अब ग्रामीण भुगत रहे हैं।
इनका कहना
देवरीहटाई में पाइपलाइन में लीकेज होने की वजह से दूषित पानी पीने करने से ग्रामीण उल्टी-दस्त का शिकार हुए है। करीब 50 ग्रामीणों का उपचार किया गया है। गांव में स्वास्थ्य शिविर भी लगाया गया है। फिलहाल गांव में हालात सामान्य हैं।
डॉ. राज सिंह, सीएमएचओ, कटनी
Published on:
06 Aug 2025 08:36 pm