CG News: छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में मानसून के साथ ही पेट से जुड़ी बीमारियों ने भी रफ्तार पकड़ ली है। जिले के सरकारी और निजी अस्पतालों की ओपीडी में हर दिन बड़ी संख्या में मरीज उल्टी-दस्त, फूड प्वाइजनिंग, टाइफाइड और पीलिया जैसी शिकायतें लेकर पहुंच रहे हैं।
जिला अस्पताल में भी रोज आने वाले मरीजों में 20 फीसदी लोग पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याओं से जूझ रहे हैं। चिकित्सकों के मुताबिक इस मौसम में गंदगी, खुले में बिकने वाला खाना और दूषित पानी ही इन बीमारियों के बड़े कारण बन रहे हैं। अस्पताल के डॉक्टर्स के अनुसार मानसून में नमी और तापमान बैक्टीरिया और वायरस के लिए अनुकूल माहौल बना देते हैं।
इसके अलावा खुले में बिक रहे कटे फ ल, बासी खाना और दूषित पानी पेट में संक्रमण फैला देता है। मक्खी-मच्छर भी भोजन को संक्रमित कर देते हैं। इस मौसम में घर का ताजा और गर्म भोजन ही खाएं। सड़क किनारे खुले खाद्य पदार्थों से बचें और पैक्ड स्नैक जैसी चीजें बच्चों को न दें।
बार-बार उल्टी या दस्त आना, तेज बुखार, कमजोरी, चक्कर आना, पेशाब कम आना, अत्यधिक थकान या बेहोशी, सिर दर्द, मांसपेशियों में ऐंठन, जी मिचलाना जैसे लक्षण हो तो तुरंत अस्पताल पहुंचे। जरा सी लापरवाही शरीर के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। वहीं बचाव के लिए घर का ताजा और साफ खाना खाएं। खुले और स्ट्रीट फूड से दूर रहें। ज्यादा पानी और ओआरएस लें। किसी तरह की परेशानी हो तो तुरंत ही डॉक्टर से सलाह लें।
विशेषज्ञ का कहना है कि पाचन से जुड़ी बीमारियों के मरीजों में हर उम्र के लोग शामिल हैं। सबसे ज्यादा बच्चे और युवा प्रभावित नजर आ रहे हैं। बाहर का खाना, लापरवाही और साफ सफाई का ध्यान न रखना इसकी वजह है। अस्पतालों में आने वाले ज्यादातर मरीजों ने बताया कि उन्होंने बाहर का खाना खाया था या गंदे पानी का सेवन किया था। कुछ घंटों बाद ही उल्टी-दस्त, पेट में मरोड़ और बुखार शुरू हो गया।
Published on:
07 Aug 2025 03:16 pm