CG News: छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में पेट्रोल पंप में काम करते हुए ट्रांसफार्मर में बुरी तरह से झुलसे मिस्त्री की संचालक द्वारा कोई मदद नहीं की गई। मामले में एफआईआर कराया गया, लेकिन इस पर किसी तरह से आज तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। ऐसे में पीड़ित ने एसपी से गुहार लगाई है।
पन्नालाल घृतलहरे मिस्त्री 22 अक्टूबर 2024 को अपने अन्य ग्राम के लोगों के साथ गौतम जैन के लोहारा नाका स्थित पेट्रोल पम्प में दीवाल उठाने और जोड़ाई के लिए गया था। पेट्रोल पम्प के पास ट्रांसफर में दीवाल के साथ गेट लगाने के लिए बिना कोई सुरक्षा के गौतम जैन ने पन्नालाल को जबरदस्ती बॉइंड्रीवाल पर चढ़ा दिया। कुछ समय बाद ट्रांसफर के तार ने उसे अपनी चपेट में ले लिया। इससे वह बेहद गंभीर रुप से झुलस गया।
शरीर का पिछला हिस्सा सिर से पीठ तक 80 प्रतिशत जल गया। बेहोशी की हालात में निजी अस्पताल ले जाया गया। वहां पर उन्हें पेट्रोल पंप संचालक गौतन जैन द्वारा आश्वासन दिया गया था उसके ईलाज का पूरा खर्चा वह उठाएंगे। कमला क्लिनिक में 22 अक्टूबर 2024 से 27 अक्टूबर तक भर्ती रहा। हालात गंभीर हो जाने पर अन्य हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। हॉस्पिटल के डाक्टर द्वारा आपरेशन के लिए 4 लाख रुपए मांगे, जिसे गौतम जैन ने देने से मना कर दिया।
फिर कवर्धा के सरकारी हॉस्पिटल ले जाया गया। रायपुर डीकेएस हॉस्पिटल रेफर किया गया। 30 नंवबर तक तक दो ऑपरेशन गए। इसके बाद जनवरी में तीसरा और वहीं चौथा ऑपरेशन 12 जुलाई को हुआ। अभी भी लास्ट ऑपरेशन बचा हुआ है। इन सभी इलाज में 5 लाख रुपए तक खर्च हो चुका है। ईलाज के लिए घर को गिरवी रखना पड़ा। परिवार कर्ज में डूब चुका है, जबकि इलाज भी जारी है।
जब पेट्रोल पंप के संचालक द्वारा पीड़ित पन्नालाल के ईलाज पर किसी तरह का सहयोग नहीं किया गया तो उनकी पत्नी शांतिबाई धृतलहरे ने 7 नवंबर 2024 को कवर्धा कोतवाली में गौतम जैन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया गया। आज एफआईआर कराए हुए नौ माह बीत चुके हैं लेकिन कवर्धा कोतवाली पुलिस द्वारा इसमें किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी है। इसके चलते ही पीड़ित ने 13 अगस्त को पुलिस अधीक्षक के नाम ज्ञापन देकर फरियाद लगाई है।
Published on:
14 Aug 2025 04:48 pm