
बूथ पर बीएलओ और नोडल अधिकारी के बीच नोकझोंक
जिले में एसआईआर में दबाव के चलते बीएलओ और नोडल अधिकारियों का गुस्सा सड़क पर आने लगा है। नोडल पर अभद्रता का आरोप लगाते हुए बीएलओ लामबंद हो गए। एसडीएम की समझाइश के बाद शुरू किया कार्य।
नगरीय क्षेत्र के रामनगर में बूथ नंबर-145 पर नोडल अधिकारी और बीएलओ के बीच नोकझोंक हो गई। बात पटखनी तक पहुंची गई। नोडल अधिकारी अभद्रता का आरोप लगाते हुए बीएलओ व सहायक लामबंद हो गए। मामला एसडीएम कार्यालय तक पहुंचा। एसडीएम की समझाइश के बाद मामला शांत हुआ। इसका खुलासा घटना के दूसरे दिन शनिवार को बूथ पर नोडल अधिकारी व बीएलओ के बीच नोकझोंक का वायरल हो रहे वीडियो में हुआ।
खंडवा विधानसभा क्षेत्र के बूथ नंबर-145 और 146 के बीच मतदाताओं की डबल मैपिंग हो गई है। इसकी सूचना एसडीएम के पास पहुंची। एसडीएम के निर्देश पर पांच दिसंबर को पटवारी अश्वनी सैनी मौके पर पहुंचे थे। बताया गया कि 145 नंबर बूथ पर 340 मतदाता नहीं मिल रहे हैं। खोज-बीन के बाद 50 मिल गए। गलत मैपिंग वाले वोटरों के सुधार के लिए बीएलओ से ओटीपी की मांग की गई। बीएलओ के सहायक ने मना कर दिया।
पटवारी ने नोडल अधिकारी अंकित पवार से मोबाइल पर बात कराई। इसके बाद भी सहायक ने ओटीपी नहीं दिया। नोडल अधिकारी ने फोन पर सहायक से तू-तड़ाक में बात हुई। नोडल अधिकारी कुछ ही देर में बूथ पर पहुंचे। उन्होंने वहां पर मौजूद बीएलओ सुनंदा से बात की। इस बीच वहां मौजूद बीएलओ सहायक से पूछताछ के बीच नोडल से नोकझोंक शुरू हो गई। नोडल अधिकारी ने फटकार लगाई। उन्होंने पूछा कि बीएलओ यहां पर महिला तो आप के पास मोबाइल कहां से आया। सहायक ने नोडल पर अभद्रता का आरोप लगाते हुए विरोध कर दिया। समझाइश के बाद मामला शांत हुआ।
एसडीएम कार्यालय में शिकायत की। तहसीलदार ने समझाइश की कोशिश की बात नहीं बनी। एसडीएम जबलपुर कोर्ट गए हुए हैं। एसडीएम से फोन पर बात कराई। इसके बाद मामला शांत हुआ।
नोडल अधिकारी अंकित पवार का कहना है कि बूथ नंबर- 145 पर महिला बीएलओ ने गलत मैपिंग की थी। सूचना मिलने पर एसडीएम साहब ने मौके पर पटवारी को भेजा। पटवारी के पहुंचे पर पर पता चला कि बूथ नंबर-146 के लोगों को बूथ नंबर- 145 में मैपिंग कर दी है। सुधारने के लिए बीएलओ से ओपीटी मांगी गई। लेकिन सहयोगी ने मना कर दिया। पूछताछ में पटवारी के फोन पर बीएलओ का सहयोगी ऊल-ऊजुलू जवाब दे रहा था। मौके पर पहुंचने के बाद सहयोगी से पूछा कि तू कौन है। यहां पर बीएलओ सुनंदा हैं। बीएलओ ने पहले तो गलती कि और जब सुधार के लिए कहा गया तो सहयोग नहीं किया।
नोडल अधिकारी नगर निगम में बतौर सहायक इ-गर्वनेंस अधिकारी के रूप में पदस्थ हैं। निगम कार्यालय में विवादों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। निगम आयुक्त के कार्यालय में नेता प्रतिपक्ष के बैठने को लेकर जमकर हंगामा हुआ था। इससे पहले भी बैठक में हंगामा कर चुके हैं।
इनका कहना...महेंद्र सोलंकी, तहसीलदार, खंडवा
ऐसी कोई बात नहीं है। एसडीएम साहब ने दोनों को समझाइश दी है।
Updated on:
07 Dec 2025 01:18 pm
Published on:
07 Dec 2025 01:17 pm
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