प्रतीकात्मक फोटो
MP News: मध्यप्रदेश के बहुप्रतीक्षित महू-खंडवा रेल प्रोजेक्ट शुरु करने की कवायद तेज हो गई है। राजधानी भोपाल में शुक्रवार को रीजनल इंपावरमेंट कमेटी की बैठक में जंगल में बिछाई जाने वाली रेल लाइन और निर्माण कार्यों को हरी झंडी दे दी गई है। गेज बदलने में इंदौर-बड़वाह वनमंडल की 454 हेक्टेयर जमीन आएगी। जिसमें 52 हजार पेड़ चिन्हित किए गए हैं।
इंदौर के 410 हेक्टेयर के क्षेत्र में 1.30 हजार पेड़ और 44 हेक्टेयर में 22 हजार पेड़ों को चिन्हित किया गया है। सुरंग बनने से इसमें 17 हजार पेड़ों को बचाया जा सकेगा। बड़िया से बेका के बीच 4.1, चोरल से मुख्तियार बलवाड़ा के बीच 2.2 और राजपुर में 1.6 किलोमीटर लंबी सुरंग होगी। बाकी 12.1 किलोमीटर में 13 सुरंग बनाई जाएंगी। रेलवे की मानें में इन सुरंगों के अलावा अंडरपास भी बनाए जाएंगे। जो कि 30-30 मीटर के होंगे।
वनभूमि के लिए रेलवे वन विभाग को 40 करोड़ रुपए देगा। पौधों की वर्तमान कीमत निकाली गई है। उसके लिए 40 करोड़ रुपए देने होंगे। वहीं, 1 हजार एकड़ में पौधे भी लगाए जाएंगे। इसका खर्च भी रेलवे वहन करेगा। इसमें 50 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है।
महू-खंडवा रेल प्रोजेक्ट से इंदौर को काफी फायदा पहुंचेगा। गेज बदलने के कारण साउथ से होकर गुजरने वाली ट्रेनें इंदौर होकर जाएंगी। फिलहाल दक्षिण से चलने वाली ट्रेनें उज्जैन और खंडवा से डायवर्ट हो जाती हैं।
बता दें कि, इंदौर-बड़वाह के जंगलों में कटने वाले पेड़ों की भरपाई के लिए धार और झाबुआ में एक हजार हेक्टेयर जमीन में पौधे लगाए जाएंगे। वन विभाग के अधिकारियों ने जमीन चिन्हित कर ली है। रेलवे की मंजूरी का इंतजार है।
महू-खंडवा प्रोजेक्ट को लेकर वन विभाग और पर्यावरण मंत्रालय की कमेटी के बीच बैठक हुई थी। जिसमें कुछ आपत्तियां थी। इसे लेकर रेलवे ने वन विभाग को जवाब दिया था। आने वाले कुछ दिनों कमेटी हरी झंडी दे सकती है।
Published on:
04 Oct 2025 04:23 pm
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