
आदिवासी बहुल ग्रामों में आदि सेवा केंद्रों का संचालन शुरू
केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना आदि कर्मयोगी अभियान के तहत पांच अलग-अलग फार्मेट में विकास योजनाएं दर्ज हो रहीं हैं। 2 अक्टूबर को विशेष बैठक में अनुमोदन की तैयारी, ग्राम स्तर पर सहयोगी आदि कर्मयोगी के साथ ग्रामीण विकास की योजनाएं तैयार कर रहे हैं।
आदि कर्मयोगी अभियान तहत आदिवासी बहुल 304 ग्रामों में आदि सेवा केंद्र खोल दिए गए हैं। केंद्रों पर ग्रामीण सहायक कर्मयोगी के साथ बैठक कर अपने-अपने ग्रामों के विकास का खाका खींच रहे है। एक छत के नीचे ग्रामीण ग्राम स्तर पर योजनाओं का ब्लू प्रिंट तैयार किया है। कार्य योजना को 17 विभागों से 25 कार्यों को शामिल किया जएगा।
आदि सेवा केंद्रों पर ग्राम सभा स्तर पर अनुमोदन के बाद ब्लाक और जिला स्तर पर होगा। प्रारंभिक चरण में पांच फार्मेट पर विकास योजनाओं की जानकारी दर्ज की जा रही है। केंद्रों के रंग रोगन के साथ ही 17 विभागों की योजनाओं की वॉल पेंटिंग की जा रही है। ब्लाक स्तर पर ट्रेनिंग के बाद अब ग्राम स्तर पर सहायक कर्मयोगी बना दिए गए हैं। जिला स्तरीय सहायक नोडल अधिकारी संतोष शुक्ला और नीरज पाराशर ने बताया कि आदि कर्मयोगी अभियान की प्रकिया तेजी से चल रही है।
अभियान में खालवा ब्लाक के दो गांव मॉडल विलेज एक्शन प्लान में चयनित किए गए हैं। इसमें बकार्जुन, ग्राम झारी खेडा़ को शामिल किया गया है। इस ग्राम के एक्शन प्लान नोडल ऑफिसर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत खालवा को बनाया गया है।
नोट : केंद्र ने 305 ग्राम चयनित किया है। इसमें पुनासा क्षेत्र में एक ग्राम डूब प्रभावित क्षेत्र में होने से 304 ग्राम में ही योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है।
आदि सेवा केंद्र खोल दिए गए हैं। ग्राम स्तर पर पांच फार्मेट में ग्रामीणों की ओर से विकास योजनाएं तैयार की गई हैं। जुलाई से लेकर अब तक अलग-अलग बैठकों के माध्य से विकास योजनाएं की गई हैं। दो अक्टूबर को विशेष बैठक में अनुमोदन किए जाने की तैयारी है।
Published on:
29 Sept 2025 11:48 am
बड़ी खबरें
View Allखंडवा
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
