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construction scam: करोड़ों खर्च के बाद भी छात्रावास की हालत खस्ता, 3 साल से खतरे में रह रहे बच्चे…

construction scam: अनंतपुर में आदिवासी विकास विभाग द्वारा करीब 1.04 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित प्री-मैट्रिक कन्या छात्रावास की इमारत महज तीन साल में ही जर्जर हो गई है।

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अनंतपुर का जर्जर छात्रावास (photo source- Patrika)

अनंतपुर का जर्जर छात्रावास (photo source- Patrika)

construction scam: विभाग बार-बार कह रहा कि, काम ठेकेदार ने किया है, लेकिन ठेकेदार को अपने ही निर्माण कार्य की जानकारी ही नहीं जिसे उसने तकरीबन 4 साल पहले बनवाया था। हम बात कर रहे है आदिवासी विकास विभाग के द्वारा 4 साल पहले एक करोड चार लाख की लागत से बनवाये गये प्री मैट्रिक कन्या छात्रावास अनंतपुर जहां वर्तमान में बालक छात्रावास संचालित हो रहा है।

construction scam: इस ओर नहीं दिया गया कोई ध्यान

विभागीय जानकारी के अनुसार उक्त छात्रावास का भवन का निर्माण ठेकेदार महावीर जैन के द्वारा कर भवन को 2022 में हैंडओवर किया गया। लेकिन इस भवन की स्थिति मात्र तीन-चार सालों में ही जर्जर हो चुकी है। जगह-जगह प्लास्टर उधड़ रहे हैं तो कहीं छत से पानी टपक रहा है टाइल्स निकल चुके है। मानो ऐसा प्रतीत हो रहा है कि, इस भवन के निर्माण में रेत के अलावा किसी अन्य चीज का प्रयोग नियमानुसार किया ही नही गया होगा।

खैर यह मामला जांच के बाद ही सामने आएगा लेकिन यह तो तय है कि, भवन में बड़ी मात्रा में अनियमितता निर्माण के दौरान की गई होगी। और यही वजह रही कि, स्थानीय जनप्रतिनिधि भी लगातार भवन की जर्जर स्थिति को लेकर समय-समय पर कलेक्टर व अन्य अधिकारियों से मिलते रहे हैं बावजूद इसके संबंधित ठेकेदार के द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया।

इंजीनियर ने कैसे किया मेजरमेंट

construction scam: निर्माण कार्य में न केवल ठेकेदार बल्कि इस भवन की मेजरमेंट करने वाले तत्कालीन इंजीनियर ने किस आधार पर भवन का मेजरमेंट कर सरकारी खजाने से भुगतान करवाते रहे इस पर भी जांच होनी चाहिए यह बात हम नहीं बल्कि स्थानीय जनप्रतिनिधि भी कह रहे हैं। छात्रावास के कर्मचारियों से मिली जानकारी के मुताबिक फिलहाल ठेकेदार ने अपने कुछ राजमिस्त्रियों को भेज कर मरम्मत तो करवा रहा है, लेकिन मरम्मत कार्य में भी केवल लीपापोती ही हो रही है। वही मरम्मत कार्य की जानकारी संबंधित विभागीय इंजीनियर को भी नहीं है।

विक्रम मंडावी, सरपंच: ऐसे गैर जिम्मेदार ठेकेदार पर उचित कार्रवाई होनी चाहिए जिससे कि, वह अन्य जगह इस तरह घटिया निर्माण कार्य न कर सके।

कृपेंद्र तिवारी, सहायक आयुक्त: मेरी ड्यूटी राजधानी राज्योत्सव में लगी हुई है, वापस आकर इस मामले की पूरी जांच करवाई जाएगी। निर्माण पूरी गुणवत्ता से होना चाहिए। इसलिए अभी इस शिकायत पर ध्यान देकर जांच करवाएंगे।