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Rajasthan: नहर खुलवाने गए जेईएन की जमकर हुई पिटाई, चेहरा हुआ लाल, पुलिस नहीं दर्ज कर रही रिपोर्ट

Kota News: जेईएन ने आरोप लगाया कि प्रधान ने कई थप्पड़ मारे और पुलिसकर्मी देखते रहे। जेईएन ने आरोपियों के खिलाफ इटावा थाने में रिपोर्ट दी है, लेकिन पुलिस जांच के नाम पर रिपोर्ट नहीं दर्ज कर रही है।

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कोटा

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Kamal Mishra

Nov 24, 2025

Kota Engineer

चेहरा दिखाते इंजीनियर (फोटो-पत्रिका)

कोटा। नहर विभाग के कनिष्ठ अभियंता नितिन पटेल ने इटावा प्रधान रिंकू मीणा पर मारपीट का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि खुद प्रधान और उनके समर्थकों ने नहर से अवरोध हटाने के दौरान पुलिस की मौजूदगी में उनके साथ मारपीट की, गाली-गलौज की और जान से मारने की धमकी दी। मामले में पुलिस रिपोर्ट नहीं दर्ज कर रही है।

दरअसल, संभागीय आयुक्त के निर्देश पर नहर विभाग के अधिकारी नहरों में जल प्रवाह सुचारू करने और पानी चोरी रोकने के लिए लगातार निगरानी रख रहे हैं। दाईं मुख्य नहर की गैंता वितरिका की रामपुरिया माइनर में कुछ प्रभावशाली लोगों ने पानी बांध लिया था। इसकी सूचना पर शनिवार को सीएडी के कनिष्ठ अभियंता नितिन पटेल पुलिस कर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे और किसानों से पानी खोलने के लिए कहा। इस दौरान इटावा प्रधान रिंकू मीणा व उनके आधा दर्जन समर्थक मौके पर पहुंचे और जेईएन से मारपीट करने लगे।

क्या है पूरा मामला-

जेईएन नितिन पटेल ने बताया कि वे डेढ़ माह पूर्व नौकरी में आए हैं। शनिवार को सहायक अभियंता के निर्देश पर वे गैंता वितरिका की रामपुरिया माइनर पर पानी के रेगुलेशन और नहर में लगे अवैध अवरोध को हटाने पहुंचे थे। उनके साथ पुलिसकर्मी भी थे। तभी इटावा प्रधान रिंकू मीणा, ओमप्रकाश मीणा, महेंद्र मीणा, नमोनारायण मीणा, देवा आदि मौके पर पहुंचे और नहर पर कार्रवाई का विरोध करते हुए गाली-गलौज करने लगे।

चेहरे पर पड़े अंगुलियों के निशान

नितिन ने बताया कि अचानक आरोपियों ने उन्हें थप्पड़, लात-घूंसे से पीटना शुरू कर दिया। उन्होंने इतने थप्पड़ मारे कि गाल पर अंगुलियों के निशान पड़ गए। पुलिसकर्मियों के सामने मारपीट होती रही, लेकिन पुलिसकर्मियों ने भी रोकने की कोशिश नहीं की।

जान से मारने की धमकी दी

नितिन ने आरोप लगाया कि जब वे इस मामले की शिकायत थाने में देने की बात कर रहे थे, तो प्रधान रिंकू मीना ने जान से मारने की धमकी दी। नितिन ने कहा कि वे सिर्फ अधिकारियों के आदेश पर नहर खुलवाने गए थे। उन्हें नहीं पता था कि उनके साथ ऐसी वारदात हो जाएगी।

24 घंटे बाद भी दर्ज नहीं हुआ मामला

मारपीट के बाद नितिन थाने पहुंचे, लेकिन इटावा पुलिस ने उनकी रिपोर्ट तक दर्ज नहीं की। इस घटना के बाद अभियंताओं में भारी रोष व्याप्त है। उनका कहना है कि यदि सरकारी कर्मचारी खुद सुरक्षित नहीं है, तो नहरी रेगुलेशन जैसे संवेदनशील कार्य कैसे होंगे? अभियंताओं ने संभागीय आयुक्त, अधीक्षण अभियंता और अधिशासी अभियंता से तत्काल एफआइआर दर्ज कर आरोपियों पर सख्त कार्रवाई कराने की मांग की है।

ग्राम प्रधान ने क्या कहा?

'मैंने जेईएन से मारपीट नहीं की, वह गलत आरोप लगा रहे हैं। किसानों ने मुझे मौके पर बुलाया था। जेईएन ने किसानों से अभद्रता की, जिस पर किसानों ने आवेश में थप्पड़ मारे। मैंने तो उन्हें छुड़वाया, अब वे मेरे ऊपर आरोप क्यों लगा रहे हैं, यह समझ से परे है।' -रिंकू मीणा, प्रधान, इटावा

पुलिस बोली जांच कर रहे

'जेईएन की ओर से शिकायत दी गई है, जांच की जा रही है। इसके बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।' -संदीप विश्नोई, सीआइ, इटावा थाना