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राजस्थान में केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो का सख्त एक्शन, निरीक्षक और कांस्टेबल को किया बर्खास्त, जानें पूरा मामला

सीएनबी के उपायुक्त नरेश बुंदेल ने बुधवार को बताया कि ये दोनों चार और छह वर्ष से नौकरी कर रहे थे। दोनों की नियुक्ति कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से हुई थी, लेकिन वास्तव में उनकी जगह किसी और व्यक्ति ने परीक्षा दी थी।

कोटा

Rakesh Mishra

Aug 20, 2025

Central Narcotics Bureau
फाइल फोटो

राजस्थान में कोटा में डमी उम्मीदवार के जरिए परीक्षा देकर नौकरी पाने का मामला केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो (सीएनबी) में सामने आने के बाद विभाग ने कड़ी कार्रवाई करते हुए एक निरीक्षक और एक कांस्टेबल को बर्खास्त कर दिया है।

सीएनबी के उपायुक्त नरेश बुंदेल ने बुधवार को बताया कि ये दोनों चार और छह वर्ष से नौकरी कर रहे थे। दोनों की नियुक्ति कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से हुई थी, लेकिन वास्तव में उनकी जगह किसी और व्यक्ति ने परीक्षा दी थी। इनके फोटो, हस्ताक्षर और फिंगरप्रिंट नहीं मिल रहे थे। इसी पर विभाग को दोनों पर संदेह हुआ और उन्होंने जांच शुरू कर दी। जांच के बाद ही विभाग ने यह फैसला लिया।

दोनों की मिली थी शिकायत

उन्होंने बताया कि विभाग को दोनों के संबंध में शिकायत मिली थी, जिसके बाद जांच कराई गई। यह पूरी जांच रिपोर्ट मुख्यालय भेज दी गयी थी। इसके आधार पर दोनों को बर्खास्त कर दिया गया। इनमें निरीक्षक प्रदीप मूल रूप से हरियाणा निवासी हैं, जिसने वर्ष 2019 में फर्जी तरीके से नौकरी पाई थी। वह वर्तमान में प्रतापगढ़ जिले में तैनात था, जबकि कांस्टेबल जाकिर हुसैन बिहार निवासी है। वह 2021 में नौकरी में आया था। उसके बाद कोटा में ही पदस्थ था।

शिकायत के बाद शुरू हुई जांच

बुंदेल ने बताया कि नारकोटिक्स ब्यूरो ने शिकायत के बाद दोनों आरोपियों के संबंधित दस्तावेज कर्मचारी चयन आयोग से मंगवाए थे। इन दस्तावेजों के आधार पर फोटो का मिलान कराया गया और उनके नमूने भोपाल लैब में भेजे गये। इसमें प्रदीप के फोटो का मिलान हो गया, लेकिन जाकिर हुसैन के फोटो का मिलान नहीं हुआ।

यह वीडियो भी देखें

इसके बाद प्रदीप के फिंगरप्रिंट की जांच जयपुर लैब में करवायी गयी। जांच में पाया गया कि प्रदीप के नियुक्ति के समय के और परीक्षा के दौरान लिये गये फिंगरप्रिंट अलग-अलग थे। इसके अलावा दोनों के परीक्षा के दौरान दिए गए हस्ताक्षर और वर्तमान के हस्ताक्षर भी नहीं मिल रहे थे। इसके बाद दोनों को बर्खास्त कर दिया।