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कोचिंग हब ही नहीं अब टूरिज्म भी बनेगी कोटा की इकॉनमी का सोर्स, जानें कौनसे है प्रमुख पर्यटन स्थल

आने वाले दिनों में मुकुन्दरा हिल्स, टाइगर सफारी और चंबल रिवरफ्रंट जैसे स्थान न केवल पर्यटकों को लुभाएंगे, शहर की अर्थव्यवस्था को भी गति प्रदान करेंगे।

कोटा

Akshita Deora

Aug 08, 2025

कोटा का सिटी पार्क (फोटो: पत्रिका)

कोटा शहर को अब सिर्फ कोचिंग हब के नाम से नहीं जाना जाएगा बल्कि अब यह एक प्रमुख पर्यटन स्थल बनकर उभरेगा। कोटा की इकॉनमी का सबसे बड़ा सोर्स स्टूडेंट ही थे लेकिन पिछले कई सालों से स्टूडेंट सुसाइड केस के बढ़ते मामलों के कारण नेगेटिव माहौल बन गया और छात्रों की संख्या में गिरावट आ गई। इस कारण अब राजस्थान सरकार कोटा की नई इकॉनमी सोर्स जनरेट करने को पर्यटन की ओर ख़ासा ध्यान देने को तैयार है। आने वाले दिनों में मुकुन्दरा हिल्स, टाइगर सफारी और चंबल रिवरफ्रंट जैसे स्थान न केवल पर्यटकों को लुभाएंगे, शहर की अर्थव्यवस्था को भी गति प्रदान करेंगे। एक अनुमान के मुताबिक, कोटा में पर्यटन से सालाना 1,500 से 2,000 करोड़ रुपए की आय हो रही है।

हाल ही में पर्यटन मंत्री दिया कुमारी ने 1 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की है। यह सहायता एक उद्योग संगठन को दी जाएगी ताकि देशभर से ट्रैवल एजेंट्स और टूर ऑपरेटर्स को कोटा बुलाकर हाड़ौती क्षेत्र के पर्यटन स्थलों को बढ़ावा दिया जा सके।

रिवरफ्रंट अपनी अनूठी डिजाइन और आकर्षण की वजह से विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल बन रहा है। पर्यटकों ने इसे देखकर प्रसन्नता और आश्चर्य व्यक्त किया है। सरकार के प्रयासों से मुकुन्दरा हिल्स और अन्य स्थलों को और विकसित किया जाएगा। कोटा के पास पर्यटन की दृष्टि से हर वह तत्व मौजूद है, जो इसे अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर स्थान दिला सके।

विकास पांड्या, उपनिदेशक, पर्यटन विभाग, कोटा

ये स्थल बने आकर्षण का केंद्र


प्राकृतिक सौंदर्य : किशोरसागर, अभेड़ा महल, गराडिया महादेव और चंबल की वादियां।

विरासत स्थल : गढ़ पैलेस, राजकीय संग्रहालय, केसरखां-डोगरखां का मकबरा और कोटा का विशाल परकोटा।

धार्मिक स्थल : मथुराधीशजी का बड़ा मंदिर, महाप्रभुजी का मंदिर, चंदेसल मठ और कर्णेश्वर महादेव।

नए आकर्षण : रिवर फ्रंट, सेवन वंडर्स पार्क, हैंगिंग ब्रिज, सिटी पार्क और शिवपुरी धाम।