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Rajasthan Rape Case: रेप के 39.38% केस झूठे, अलवर में सबसे ज्यादा, जानें आपके जिले का हाल

राजस्थान में जनवरी से जून 2025 के बीच बलात्कार के 2966 मामले दर्ज हुए, जिनमें से 39.38% यानी 1168 केस पुलिस जांच में झूठे पाए गए।

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Rape Case (Patrika Photo)

Rape Case (Patrika Photo)

Fraud Rape Case FIR In Rajasthan: राजस्थान में बीते छह माह में बलात्कार के 2966 मामले दर्ज हुए हैं। हैरानी की बात है कि इनमें से 39.38 प्रतिशत मामले पुलिस जांच में झूठे पाए गए हैं। महिला अपराध के संबंध में राजस्थान पुलिस की ताजा रिपोर्ट के अनुसार जनवरी से जून 2025 तक प्रदेश में 2966 बलात्कार के मामले पंजीकृत हुए हैं।

इनमें से 1387 मामलों में चालान अदालत में पेश किए गए, जबकि 392 मामले अभी भी लंबित हैं। वहीं 6 माह में ही 1168 मामले झूठे पाए गए हैं। पुलिस ने इनमें एफआर लगा दी है। पुलिस का कहना है कि एफआइआर में जो आरोप लगाए थे, वे झूठे मिले। इस कारण एफआर लगा दी है।

पुलिस हर मामले का गहन अनुसंधान करती है। जांच में कई मुकदमे झूठे पाए जाते हैं। इसलिए उनमें एफआर लगा दी जाती है।

सुजीत शंकर, एसपी कोटा ग्रामीण

क्यों लग रही इतनी एफआर

द्वेषवश झूठा मामला दर्ज करवाना।

सबूतों की कमी या मेडिकल रिपोर्ट का मेल न खाना।

गवाहों का अदालत में न मिलना।

पीड़िता और आरोपी के बीच समझौता।

सामाजिक दबाव या आर्थिक समझौते के चलते शिकायत वापस लेना।

फोटो: पत्रिका

जयपुर दक्षिण में ज्यादा लंबित मामले

लंबित मामलों की संख्या गंभीर है। जयपुर दक्षिण में सबसे ज्यादा 33 मामले अभी भी जांच के अधीन हैं। इसी तरह, भीलवाड़ा (22 मामले लंबित) और उदयपुर (19 मामले लंबित) भी पेंडेंसी के लिहाज से आगे हैं।

अलवर में सर्वाधिक मामले, आधे से ज्यादा में एफआर

बलात्कार के दर्ज मामलों में अलवर जिला सबसे ऊपर है। जहां 143 मामलों में से 74 पर एफआर लगाई गई। यानी आधे से अधिक मामले झूठे दर्ज करवाए गए। इसके बाद गंगानगर (71 एफआर), धौलपुर (55 एफआर), बीकानेर (45 एफआर) और जयपुर पूर्व व पश्चिम (46-46 एफआर) प्रमुख रूप से शामिल हैं।