
फोटो: पत्रिका
Tiger Spotted In Kota: मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में बाघों की सुरक्षा में बड़ी चूक सामने आई है। 82 वर्ग किलोमीटर के एनक्लोजर में बंद बाघिन दीवारों को फांदकर बाहर निकाल गई। मंगलवार सुबह बाघिन दरा घाटी में सड़क पर घूमती नजर आई।
बड़े आश्चर्य की बात यह है कि इस बाबत विभाग को पता भी नहीं चला। सड़क से गुजर रहे लोगों ने इसे देखा तो दहशत में आ गए। इसके बाद विभाग को इसकी सूचना दी। दोपहर में विभाग के अधिकारी कोटा से मौके के लिए रवाना हुए। बाघिन की पहचान एमटी-8 के रूप में हुई है। विभाग ने इसकी पुष्टि की है।
कनकटी के नाम से प्रसिद्ध बाघिन को इसी वर्ष जून में रणथंभौर से मुकुंदरा में शिफ्ट किया था। इसे भटवाड़ा गांव के निकट रोड पर देखा गया। बाघिन रोड क्रोस कर घाटी माता मंदिर की ओर चली गई। कुछ लोगों ने रोड क्रोस करते हुए बाघिन का वीडियो बना लिया। जैसे ही बाघिन सड़क की ओर आई गायें भी डर से भाग छूटी। विभाग के अधिकारियों ने बाघिन को सुरक्षित बताया है। साथ ही क्षेत्रवासियों को अलर्ट कर दिया है।
कनकटी के नाम से प्रसिद्ध बाघिन एमटी-8 एरोहेड की बेटी है। इसे इसी वर्ष जून में मुकुंदरा के दरा स्थित एनक्लोजर में छोड़ा था। सवाईमाधोपुर में एक बालक व क्षेत्रीय वन अधिकारी पर हमले के बाद बाघिन को रणथंभौर के नाका भिड के एनक्लोजर में छोड़ा गया था।
चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन ने एक कमेटी गठित की थी। कमेटी की सिफारिश के अनुसार राष्ट्रीय बाघ प्राधिकरण और वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की अनुमति के बाद ऐरोहेड की मादा शावक आरबीटी-2507 को 19 जून को मुकन्दरा हिल्स टाइगर रिजर्व में शिफ्ट किया गया था। इससे पहले इसकी ही एक बहन को रामगढ़ विषधारी में शिफ्ट किया गया था।
इससे पहले भी मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व से पहला बाघ एमटी-1 निकला था जो आज तक नहीं मिल सका। बाघ अगस्त 2020 से ही लापता है। इसी माह बाघ की जोड़ीदार बाघिन एमटी-2 की मौत हो गई। इसके बाद 31 अगस्त के बाद बाघ को दोबारा जंगल में नहीं देखा गया। बाघ, बाघिन और दो शावकों में से बाघिन की मौत के बाद एक शावक भी लापता हो गया था। विभाग ने सर्चिंग अभियान भी चलाया था, लेकिन शावक व बाघ दोनों ही कहीं नजर नहीं आए। ये अब तक रहस्य बने हुए हैं।
सड़क पर जो बाघिन नजर आई है, वह एमटी-8 है, यह एनक्लोजर से निकली है। हो सकता है दीवार (फेंसिंग) फांदी हो। सि्थति को देखकर ही कुछ कहा जा सकता है। बाघिन सुरक्षित है, जंगल में चली गई है।
-सुगना राम जाट, फील्ड डायरेक्टर, मुकुन्दरा हिल्स टाइगर रिजर्व
Updated on:
09 Dec 2025 07:41 pm
Published on:
09 Dec 2025 02:31 pm
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