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दिसंबर से बदल जाएगी Instagram और Facebook फीड! Meta AI अब आपकी जरूरत के हिसाब से दिखाएगा कंटेंट

Meta AI Update 2025: दिसंबर से Facebook और Instagram फीड पर्सनलाइज्ड होगी। जानिए कैसे AI आपकी पसंद के अनुसार पोस्ट, रील्स और Ads दिखाएगा।

2 min read

भारत

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Rahul Yadav

Oct 05, 2025

Meta AI Update 2025

Meta AI Update 2025 (Image: Freepik)

Meta AI Update 2025: अगर आप भी फेसबुक या इंस्टाग्राम पर यूजर हैं और डेली स्क्रॉल करते हैं तो दिसंबर से आपका एक्सपीरियंस पहले से बिल्कुल अलग होने वाला है। जी हां! सही पढ़ा आपने, Meta अब इन दोनों प्लेटफॉर्म्स में बड़ा बदलाव करने जा रही है, जहां AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) आपके लिए कंटेंट को खुद पर्सनलाइज करेगा। इसका मतलब है कि अब आपकी फीड में वही पोस्ट, रील्स और विज्ञापन नजर आएंगे जो आपकी रुचि और ऑनलाइन व्यवहार से जुड़े होंगे।

Meta AI कैसे बदलेगा आपकी फीड

Meta ने हाल ही में बताया कि उसका नया सिस्टम दिसंबर से लागू होगा। अब जब भी कोई यूजर Meta के AI चैटबॉट से बातचीत करेगा, उस चैट के आधार पर प्लेटफॉर्म यह तय करेगा कि उसे किस तरह का कंटेंट दिखाया जाए। उदाहरण के लिए, अगर कोई यूजर AI से ट्रैवल या फिटनेस के बारे में बात करता है तो फेसबुक और इंस्टाग्राम पर उसे ट्रैवल ग्रुप्स, फिटनेस टिप्स और उनसे जुड़े विज्ञापन दिखने लगेंगे। इस बदलाव का उद्देश्य है कि हर यूजर को सिर्फ वही कंटेंट मिले, जो उसकी दिलचस्पी और लाइफस्टाइल से मेल खाता हों। इससे सोशल मीडिया एक्सपीरियंस और भी ज्यादा पर्सनल और दिलचस्प बन जाएगा।

कब से लागू होगा नया अपडेट

Meta का यह अपडेट दिसंबर 2025 से सभी यूजर्स के लिए रोलआउट किया जाएगा। कंपनी ने कहा है कि 7 अक्टूबर से लोगों को इस बदलाव की जानकारी नोटिफिकेशन और ईमेल के जरिए दी जाएगी। साथ ही, यूजर्स के पास यह सुविधा भी होगी कि वे अपनी फीड और विज्ञापन को अपनी पसंद के हिसाब से कंट्रोल कर सकें। इसके लिए Meta ने Ad Preferences और Feed Control Tools जैसे फीचर्स दिए हैं, जिनसे हर यूजर यह तय कर सकेगा कि उसे किस तरह का कंटेंट दिखाया जाए और क्या नहीं।

संवेदनशील डेटा का इस्तेमाल नहीं होगा

Meta ने साफ किया है कि वह किसी भी यूजर की निजी या संवेदनशील जानकारी का इस्तेमाल विज्ञापन दिखाने में नहीं करेगी। इसमें धार्मिक मान्यता, राजनीतिक विचार, स्वास्थ्य, जाति, नस्ल, यौन प्रवृत्ति और ट्रेड यूनियन जैसी जानकारियां शामिल हैं।
हालांकि कंपनी ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि इस तरह का डेटा पोस्ट या रील्स की सिफारिश में इस्तेमाल होगा या नहीं। इसके अलावा Meta केवल उन्हीं अकाउंट्स का डेटा उपयोग करेगी जो यूजर ने अपने Accounts Centre में जोड़े हैं। मतलब अगर किसी ने अपना WhatsApp अकाउंट लिंक नहीं किया है तो उस चैट का डेटा कंटेंट रिकमेन्डेशन या Ads में शामिल नहीं होगा।

यूजर के पास रहेगा पूरा कंट्रोल

Meta का कहना है कि यह बदलाव यूजर्स के एक्सपीरियंस को और बेहतर बनाएगा। कंपनी का दावा है कि अब हर व्यक्ति को अपनी रुचि के मुताबिक कंटेंट मिलेगा, जिससे फीड ज्यादा प्रासंगिक और आकर्षक लगेगी। साथ ही, यूजर्स के पास यह अधिकार रहेगा कि वे खुद तय करें कि कौन-से विज्ञापन या पोस्ट उन्हें दिखें और कौन-से नहीं। इससे लोगों को अपनी ऑनलाइन प्राइवेसी और देखने वाले कंटेंट पर ज्यादा कंट्रोल मिलेगा।

भविष्य की ओर एक बड़ा कदम

Meta का यह अपडेट इस बात का संकेत है कि सोशल मीडिया का भविष्य अब पूरी तरह AI और पर्सनलाइजेशन पर आधारित होने जा रहा है। कंपनी चाहती है कि हर यूजर का अनुभव अलग और उसकी पसंद के अनुरूप हो। यह बदलाव सोशल मीडिया की दुनिया में एक नया अध्याय खोलेगा जहां कंटेंट अब सिर्फ ट्रेंड पर नहीं बल्कि यूजर की पसंद पर निर्भर करेगा।