OpenAI GPT OSS Launched: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की दुनिया में एक और बड़ा कदम उठाते हुए OpenAIने नया GPT-OSS मॉडल पेश किया है। इस मॉडल को कोई भी व्यक्ति फ्री में डाउनलोड करके अपने लैपटॉप पर चला सकता है। इस मॉडल को अपनी जरूरत के मुताबिक कस्टमाइज भी किया जा सकता है। यही वजह है कि आजकल डेवलपर्स ओपन-सोर्स मॉडल्स की तरफ तेजी से बढ़ रहे हैं। चलिए आसान भाषा में समझते हैं क्या है ये मॉडल?
GPT-OSS एक ऐसा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल है जो टेक्स्ट यानी लिखी हुई जानकारी बना सकता है। इसे OpenAI ने खासतौर पर इस तरह से बनाया है कि इसे चलाने में ज्यादा खर्च न हो और ज्यादा से ज्यादा लोग इसे इस्तेमाल कर सकें। यह मॉडल दो वर्जन में आता है। पहला वर्जन GPT-OSS-120b है जो थोड़ा बड़ा है और इसे चलाने के लिए 80GB GPU की जरूरत होती है। दूसरा वर्जन GPT-OSS-20b है जो छोटा और हल्का है और इसे सिर्फ 16GB GPU मेमोरी वाले लैपटॉप पर भी आसानी से चलाया जा सकता है।
पहले जहां एडवांस AI मॉडल्स को चलाने के लिए महंगे सर्वर या सुपरकंप्यूटर की आवश्यकता होती थी वहीं अब GPT-OSS के जरिए वही ताकत आपके लैपटॉप या मोबाइल में आ गई है। ये मॉडल कोडिंग, वेब ब्राउजिंग और AI एजेंट को ऑपरेट करने जैसे टास्क आसानी से कर सकता है।
GPT-OSS को Apache 2.0 लाइसेंस के तहत लॉन्च किया गया है। इसका मतलब है कि कोई भी डेवलपर इसे फ्री में डाउनलोड, कस्टमाइज और अपने प्रोजेक्ट में इस्तेमाल कर सकता है। ये Hugging Face, Azure, AWS और Databricks जैसे प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है।
लेकिन अब OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन का कहना है कि अगर सही तरीके से सुरक्षा का ध्यान रखा जाए तो ऐसे मॉडल सबके लिए जारी किए जा सकते हैं। उनका मानना है कि इससे दुनिया को फायदा ज्यादा होगा और नुकसान कम ही होगा।
OpenAI का कहना है कि GPT-OSS मॉडल में कई काम के फीचर्स हैं। यह समझदारी से जवाब दे सकता है, कोड लिख और चला सकता है, इंटरनेट ब्राउज कर सकता है और ऑटोमेटेड टास्क भी कर सकता है। यह मॉडल OpenAI की मौजूदा APIs के साथ आसानी से काम करता है जिससे डेवलपर्स और कंपनियां इसे अपने सिस्टम में आसानी से जोड़ सकती हैं।
GPT-OSS जैसे मॉडल्स का फायदा यह है कि ये कम लागत में भी हाई-क्वालिटी AI एक्सपीरियंस देते हैं। छोटे डेवलपर्स और स्टार्टअप्स के लिए यह एक सुनहरा मौका है क्योंकि अब उन्हें भारी-भरकम फीस देकर क्लोज्ड मॉडल इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं है।
OpenAI के एक सीनियर रिसर्चर क्रिस कुक का कहना है कि, 'बहुत से लोग यह जानकर चौंक जाएंगे कि पहले से ही बड़ी संख्या में डेवलपर्स ओपन मॉडल्स का इस्तेमाल कर रहे हैं।'
Updated on:
07 Aug 2025 01:22 pm
Published on:
07 Aug 2025 01:21 pm