WhatsApp Safety Overview: ऑनलाइन ठगी और साइबर फ्रॉड के बढ़ते मामलों के बीच व्हाट्सएप ने भारत में एक नया सेफ्टी फीचर पेश कर दिया है जिसका 'नाम सेफ्टी ओवरव्यू’ है। यह टूल तब काम आता है जब कोई अनजान आदमी आपको किसी व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ता है।
इस फीचर से आपको यह पता चलेगा कि ग्रुप किसने बनाया है, उसमें कितने लोग हैं और कुछ जरूरी सावधानियां क्या हैं। जब तक आप खुद ग्रुप में शामिल होने का फैसला नहीं करते तब तक उसकी नोटिफिकेशन बंद रहेगी। इससे आप बिना किसी दबाव के सोच-समझकर फैसला ले सकेंगे।
यह कदम उन स्कैम्स को रोकने में मदद करेगा जिनमें लोगों को अचानक ग्रुप्स में जोड़कर फ्रॉड लिंक भेजे जाते हैं या नकली जॉब ऑफर दिए जाते हैं।
व्हाट्सएप और उसकी पैरेंट कंपनी मेटा की सिक्योरिटी टीमों ने इस साल अब तक 6.8 मिलियन यानी 68 लाख से अधिक अकाउंट्स को बैन किया है। ये अकाउंट्स अलग-अलग स्कैम सेंटर्स से जुड़े थे जो ज्यादातर दक्षिण एशिया में सक्रिय हैं। कई मामलों में ये स्कैम ऑपरेशन संगठित अपराध से जुड़े होते हैं जहां जबरन मजदूरों से साइबर फ्रॉड करवाया जाता है।
हाल ही में मेटा, व्हाट्सएप और ओपनएआई ने मिलकर एक बड़े फ्रॉड नेटवर्क को पकड़ा जो कंबोडिया में ऑपरेट कर रहा था। इसमें चैटबॉट्स की मदद से पहले भरोसा बनाया जाता और फिर लोगों से क्रिप्टोकरेंसी में पैसे मंगवाए जाते थे।
हालांकि कंपनी की ओर से सेफ्टी टूल्स लगातार बेहतर किए जा रहे हैं लेकिन हर यूजर को भी खुद जागरूक रहना जरूरी है। किसी भी संदिग्ध मैसेज, अनजान कॉल या जल्दी पैसा कमाओ वाले ऑफर से सावधान रहें।
व्हाट्सएप की कुछ जरूरी सेटिंग्स जिनका इस्तेमाल सभी को करना चाहिए।
Updated on:
06 Aug 2025 01:10 pm
Published on:
06 Aug 2025 01:09 pm