Fitkari Water Bath: नहाना हमारे डेली रूटीन का हिस्सा है। कुछ लोग नहाने के टाइम कई तरह से सादे पानी से नहाते हैं, तो कई लोग खुशबू वाले चीजें डालकर नहाना पसंद करते है और कई लोग तो फिटकरी का पानी से नहाते । आयुर्वेद में फिटकरी को कई तरह की समस्याओं के लिए इस्तेमाल किया गया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कोई भी चीज का ज्यादा इस्तेमाल करने के नुकसान भी हो सकते हैं? आइये जानते हैं फिटकरी के पानी के फायदे और नुकसान के बारे में, ताकि फिटकरी का सही इस्तेमाल कर सकें।
फिटकरी में मौजूद प्राकृतिक एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल तत्व त्वचा को गहराई से साफ करने में मदद करते हैं। यह त्वचा पर जमी गंदगी और बैक्टीरिया को हटाकर मुहांसे, दाने और हल्के स्किन इंफेक्शन से बचाव कर सकता है।अगर आपको पसीने की बदबू की समस्या है, तो फिटकरी का पानी एक तरह से प्राकृतिक डिओडोरेंट का काम करता है। नहाने के बाद यह न सिर्फ फ्रेशनेस का एहसास कराता है, बल्कि शरीर की दुर्गंध भी कम कर देता है।यह पानी त्वचा की जलन, खुजली या हल्की रैशेज में भी आराम पहुंचा सकता है, साथ ही शरीर को ठंडक देने का गुण भी रखता है। नियमित रूप से, लेकिन संतुलित मात्रा में इस्तेमाल करने से यह त्वचा को साफ-सुथरा और चमकदार बनाए रखने में मदद करता है।
हालांकि, इसका अधिक उपयोग त्वचा के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है। बार-बार इस पानी से नहाने से स्किन की नैचुरल नमी कम हो जाती है, जिससे ड्राइनेस बढ़ सकती है।सर्दियों में या जिनकी त्वचा पहले से ही रूखी है, उनके लिए यह और भी ज्यादा सूखापन ला सकता है। सेंसिटिव स्किन वालों को इससे एलर्जी, लालिमा या जलन हो सकती है।अगर नहाने के बाद आपको खुजली, चुभन या लाल धब्बे महसूस हों, तो तुरंत इसका इस्तेमाल बंद कर दें।
फिटकरी को नहाने के लिए इस्तेमाल करने के लिए, एक बाल्टी गुनगुने पानी में थोड़ी सी फिटकरी डालें।10–15 मिनट तक पानी में रहने दें ताकि फिटकरी घुल जाए। फिर इसी पानी से स्नान करें। सप्ताह में 2–3 बार इसका इस्तेमाल करें।ध्यान रखें, रोजाना नहाने में इसका प्रयोग न करें क्योंकि इससे त्वचा ड्राई हो सकती है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
Published on:
12 Aug 2025 04:46 pm