Lakshyaraj Singh Mewar: उदयपुर गद्दी उत्सव 2025 (Gaddi Utsav 2025 Udaipur) का आयोजन आज हो रहा है। दिवंगत अरविंद सिंह मेवाड़ (Arvind Singh Mewar) के बेटे लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ को राजशाही परंपरा के अनुसार विरासत मिल गई है। राजस्थान के राजपरिवार (Rajasthan Royal Family) के गद्दी उत्सव में देशभर की तमाम हस्तियां और साधु-संत शामिल हुए हैं। इस मौके पर उदयपुर सिटी पैलेस (Udaipur City Palace) में यज्ञ, पूजा-पाठ आदि का आयोजन कर लक्ष्यराजसिंह मेवाड़ का राजतिलक (Lakshyaraj Singh Rajtilak) किया गया। आइए जानते हैं कि लक्ष्यराज सिंह कितने पढ़े लिखे हैं, लक्ष्यराज क्या करते हैं, उनकी लाइफस्टाइल कैसी है?
राजपरिवार में 350 साल से अनुष्ठान करने वाले मेवाड़ के कुल गुरु की ओर से पूजा-पाठ, यज्ञ आदि के साथ लक्ष्यराज का राजतिलक किया गया। अब अरविंद सिंह मेवाड़ के बाद लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ उदयपुर राजपरिवार की गद्दी संभालेंगे। गद्दी उत्सव कार्यक्रम सुबह करीब 09.30 बजे आरंभ हुआ और रात करीब 9 बजे तक चलेगा। रात्रि में राजशाही भोजन भी मेहमानों को परोसा जाना है।
लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ की स्कूली शिक्षा अजमेर के प्रतिष्ठित मेयो कॉलेज से हुई। स्नातक की पढ़ाई उदयपुर के महाराणा भूपाल कॉलेज से कला (Arts) में और UK स्थित सेंट एल्बंस मेट्रोपॉलिटन कॉलेज से होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई की। प्रसिद्ध संस्थान अजिंक्य डी वाय पाटील विश्वविद्यालय, पुणे द्वारा मानद “डॉक्टरेट ऑफ लेटर्स” (डी.लीट) की उपाधि से सम्मानित किया गया है।
लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ का होटल का बिजनेस है। ये पुश्तैनी बिजनेस है जिसको लक्ष्य लेकर आगे जा रहे हैं। उदयपुर में होटल के बिजनेस को आगे बढ़ाने का काम इनके पिता ने किया और ये शुरू से अपने पिता अरविंद सिंह मेवाड़ के साथ रहकर बिजनेस संभाले हैं। उदयपुर में डेस्टिनेशन वेडिंग का ट्रेंड भी इनके पिता व लक्ष्यराज को जाता है।
VIDEO: लक्ष्यराज सिंह गद्दी उत्सव
लक्ष्यराज सिंह को क्रिकेट खेलने का शौक है। बचपन से ही क्रिकेट खेलते आ रहे हैं और आज भी समय निकालकर क्रिकेट खेलते हैं। इसके अलावा क्रिकेट मैच देखने के साथ लोकल मार्केट को एक्सप्लोर करना उनको पसंद है। लक्ष्यराज लोकल फूड भी खाने के शौकीन हैं। कई वीडियो लक्ष्यराज ने अपने सोशल मीडिया पर शेयर भी किए हैं। इनको जमीन से जुड़े रहना पसंद है। इस बात को वो मीडिया के साथ बातचीत में बता भी चुके हैं।
लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ का नाम Guinness book of world records में दर्ज है। लक्ष्यराज ने आठ कामों में प्रतिभा के दम पर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है।
अपनी राजशाही संपत्ति के मालिक अब लक्ष्यराज हो चुके हैं। बताया जाता है कि इनकी संपत्ति करीब 10 हजार करोड़ रुपए है। हालांकि, कई वेबसाइट इनकी खानदानी संपत्ति का आकलन 50 हजार करोड़ रुपए किया है।
Updated on:
02 Apr 2025 05:48 pm
Published on:
02 Apr 2025 03:06 pm