Magnesium Deficiency Symptoms: आज के अनहेल्दी लाइफस्टाइल और गलत खानपान के वजह से कई तरह की स्वास्थ्य से जुड़ी दिक्कतें देखने को मिल रही हैं। हम अक्सर थकावट, मूड स्विंग्स या मांसपेशियों में होने वाली ऐंठन जैसी छोटी-छोटी परेशानियों को आम समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये लक्षण पोषण की कमी के संकेत हो सकते हैं? जैसे शेर में मैग्नीशियम की कमी लोगों में काफी देखी जाती है। यह एक ऐसा मिनरल है जो शरीर में ज्यादा बायोकेमिकल प्रतिक्रियाओं के लिए जिम्मेदार है। यह न केवल मांसपेशियों और नसों के कामकाज में अहम भूमिका निभाता है, बल्कि यह दिल की धड़कन को नियमित रखने के साथ कई स्वास्थ्य लाभ भी देता है। आइए जानते हैं इससे जुड़ी जानकारी और बचाव के कुछ उपायों के बारे में।
मैग्नीशियम न्यूरोकेमिकल्स को बैलेंस करने में मदद करता है। इसकी कमी मूड में अचानक बदलाव, बेवजह गुस्सा और स्ट्रेस की भावना बढ़ा सकती है। अगर आपका मूड अक्सर बिना कारण बिगड़ता है, तो ब्लड टेस्ट में मैग्नीशियम की जांच जरूर करवाएं।
रात में सोते समय टांगों में ऐंठन या पलकों का बार-बार फड़कना भी मैग्नीशियम की कमी का संकेत हो सकता है। यह खनिज मांसपेशियों को आराम देने में मदद करता है, और जब इसकी कमी होती है तो मांसपेशियां बिना वजह सिकुड़ने लगती हैं।
अगर आपको भूख कम लगती है, जी मिचलाता है या बिना कारण उल्टी जैसे लक्षण महसूस होते हैं, तो यह मैग्नीशियम की कमी का संकेत हो सकता है। यह मेटाबोलिज्म को प्रभावित करता है, जिससे शरीर खाने को सही से प्रोसेस नहीं कर पाता।
नींद न आना या बार-बार नींद का टूटना सिर्फ स्ट्रेस या ज्यादा स्क्रीन टाइम के कारण नहीं होता है, बल्कि यह भी मैग्नीशियम की कमी का संकेत हो सकता है। मैग्नीशियम मेलाटोनिन हार्मोन के बैलेंस को बनाए रखने में मदद करता है, जो नींद की क्वालिटी को बेहतर बनाता है।
अगर नींद पूरी होने के बावजूद थकान लगे या कमजोरी महसूस हो, तो यह सामान्य नहीं है। यह मैग्नीशियम की कमी के संकेत हो सकते हैं क्योंकि मैग्नीशियम शरीर में एनर्जी प्रोडक्शन से जुड़ा हुआ है। जब इसकी मात्रा कम होती है, तो कोशिकाएं ठीक से ऊर्जा नहीं बना पातीं, और व्यक्ति को हर वक्त थका हुआ महसूस होता है।
Updated on:
07 Aug 2025 10:25 am
Published on:
07 Aug 2025 09:14 am