Matka Water In Monsoon: घड़े का पानी न सिर्फ नेचुरली ठंडा होता है, बल्कि इसका pH लेवल एलकलाइन होता है, जो शरीर में एसिडिटी को बैलेंस करता है। यह पाचन सुधारता है, मेटाबोलिज्म बढ़ाता है और टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करता है। बरसात का मौसम चल रहा है। ऐसे में सेहत से जुड़ी कई छोटी-बड़ी बातों का ध्यान रखना पड़ता हैं। ऐसी ही एक आम चर्चा यह भी होती है कि बारिश में घड़े का पानी पीना चाहिए या नहीं? तो आइए जानते हैं कि घड़े का पानी हमें पीना चाहिए कि नहीं।
डॉ. अर्जुन राज बताते हैं कि आयुर्वेद के अनुसार मिट्टी के घड़े में रखा पानी प्राकृतिक रूप से ठंडा, शुद्ध और पाचन के लिए लाभकारी होता है। यह शरीर का तापमान संतुलित रखता है और पेट की गर्मी को शांत करता है। लेकिन बारिश के मौसम में वातावरण में नमी ज्यादा होने से बैक्टीरिया और फंगस का खतरा बढ़ जाता है। अगर घड़े की सफाई समय पर न की जाए तो उसमें जमा गंदगी या फंगस पानी को दूषित कर सकती है।
डॉ. राज ने बताया कि अगर आप अपने घड़े को नियमित रूप से साफ रखते हैं, उसमें ताजा और फिल्टर किया हुआ पानी डालते हैं, और उसे ढककर रखते हैं, तो बारिश में भी घड़े का पानी पीना सुरक्षित है। उन्होंने यह भी बताया कि घड़े का पानी बहुत ठंडा न हो। बारिश में शरीर पहले ही ठंडक महसूस करता है, ऐसे में बहुत ठंडा पानी पीने से सर्दी-खांसी या गला खराब हो सकता है।
Published on:
06 Aug 2025 04:33 pm