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Pigeon Dropping Disease: कबूतरों की बीट फैलाती है कई बीमारियां, जानिए बिना झंझट के इन 5 नेचुरल तरीकों से कैसे रखें उन्हें दूर

Pigeon Dropping Disease: आजकल खबरों में भी कबूतरों से फैलने वाली बीमारियों की चर्चा होती रहती है। ऐसे में इन्हें अपनी बालकनी से दूर रखने के लिए कुछ आसान उपाय अपनाए जा सकते हैं, ताकि वे आपकी बालकनी में गंदगी न फैला सकें।

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भारत

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MEGHA ROY

Nov 16, 2025

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Safe Ways to Keep Pigeons Away|फोटो सोर्स –Freepik

Pigeon Dropping Disease: कबूतर देखने में भले Harmless लगते हों, लेकिन उनकी बीट से फैलने वाले बैक्टीरिया और फंगस कई तरह की बीमारियों का कारण बन सकते हैं। फ्लैट या अपार्टमेंट में रहने वालों के लिए बालकनी में कबूतरों का बैठना और उनकी गंदगी साफ करना रोज की परेशानी बन जाता है। ये न सिर्फ बदबू बढ़ती है, बल्कि लगातार सफाई की झंझट भी थका देती है। ऐसे में अच्छी बात यह है कि बिना किसी केमिकल या नुकसानदायक स्प्रे के, कुछ प्राकृतिक तरीकों से कबूतरों को आपकी बालकनी से दूर रखा जा सकता है।

कबूतर की बीट से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याए


श्वसन संक्रमण

कबूतर की बीट में मौजूद बैक्टीरिया और फंगस हवा में फैलकर फेफड़ों तक पहुँच सकते हैं। इससे हिस्टोप्लास्मोसिस, सिटाकोसिस जैसी श्वसन से जुड़ी बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती है।

हाइपरसेंसिटिविटी न्यूमोनाइटिस

बीट के धूल-कण फेफड़ों में जलन और सूजन पैदा कर सकते हैं। इस स्थिति को आम भाषा में “पिजन लंग डिज़ीज़” कहा जाता है, जिसमें सांस लेने में परेशानी और सीने में जकड़न जैसे लक्षण हो सकते हैं।

कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों में अधिक खतरा

जिन लोगों की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर है जैसे बुजुर्ग, बच्चे या पहले से बीमार लोग उन्हें कबूतर की बीट से होने वाले संक्रमणों का ज्यादा खतरा रहता है। ये लोग जल्दी प्रभावित हो सकते हैं और बीमारी गंभीर रूप ले सकती है।

कबूतरों से बचने के घरेलू और आसान तरीके

चमकदार चीजें टांगें

कबूतर तेज रोशनी और चमक से असहज महसूस करते हैं। पुराने सीडी, एल्युमिनियम फॉयल की पट्टियां या चमकदार रिबन बालकनी में टांगने से धूप में उनकी चमक कबूतरों को डरा देती है। यह तरीका सस्ता और आसानी से लगाया जा सकता है।

लौंग, काली मिर्च और सिरका का नुस्खा

तेज गंध वाले मसाले कबूतरों को पास आने से रोकते हैं। छोटी कटोरियों में लौंग, काली मिर्च या दालचीनी रख दें। कई लोग रुई के फाहों को सिरके में भिगोकर भी इस्तेमाल करते हैं। इनकी गंध कबूतरों को पसंद नहीं आती, इसलिए वे बालकनी के आस-पास मंडराना छोड़ देते हैं। हर कुछ दिनों में इन कटोरियों को बदलना याद रखें।

बालकनी साफ रखें और खाने के निशान हटाएं

कबूतर वहीं लौटते हैं जहां उन्हें खाना मिलता है। बालकनी में पड़े छोटे-छोटे दाने, सूखे पत्ते या पौधों के गिरे बीज भी उन्हें आकर्षित कर सकते हैं। नियमित झाड़ू लगाने और बाहर खाने की चीजें न छोड़ने से समस्या काफी कम हो जाती है।

हवा में हिलने-डुलने वाली चीजें

कबूतर अचानक होने वाली आवाज या हरकत से घबरा जाते हैं। हल्के विंड चाइम, घूमने वाले पिनव्हील या ऐसी सजावट के आइटम लगाएं जो हल्की हवा में भी हिलने लगें। इनकी लगातार हलचल कबूतरों को असहज करती है और वे वहां घोंसला बनाने की कोशिश छोड़ देते हैं।

हल्की जाली या वायर


ज्यादातर इमारतों में कबूतर जाली लगाना एक सुरक्षित और प्रभावी तरीका माना जाता है। जाली हवा और रोशनी रोकती नहीं, पर कबूतरों का रास्ता बंद कर देती है। अगर जाली लगाने की अनुमति न हो, तो पारदर्शी फिशिंग वायर को रेलिंग पर बांध सकते हैं। ये तार कबूतरों को बैठने नहीं देते क्योंकि उन्हें पैर जमाने में दिक्कत होती है।


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