Smoking For Kidney: अक्सर जब धूम्रपान के नुकसान की बात होती है तो सबसे पहले ध्यान फेफड़ों और हार्ट पर पड़ने वाले असर पर जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि स्मोकिंग करना आपके हेयर के लिए कितना खतरनाक हो सकता है? स्मोकिंग आपकी किडनी को भी धीरे-धीरे नुकसान पहुंचा रहा है। ऐसे तो यह नुकसान धीरे-धीरे होता है लेकिन असर इतना गहरा हो सकता है कि एक दिन आपकी किडनी काम करना बंद कर सकती है।आजकल कम उम्र में ही किडनी से जुड़ी कई समस्याएं देखने को मिलती हैं। इसकी एक वजह है बिगड़ा हुआ लाइफस्टाइल, गलत खान-पान और नशे की आदतें। अगर आप अपनी किडनी को स्वस्थ रखना चाहते हैं, तो इन बातों को गंभीरता से अपनाना जरूरी है।
मेडिकल एक्सपर्ट्स का मानना है कि धूम्रपान से शरीर में आर्जिनिन वैसोप्रेसिन नामक हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है, जिससे यूरिन फ्लो प्रभावित होता है। यूरिन कम होने पर किडनी स्टोन का खतरा बढ़ जाता है और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के कारण किडनी की कोशिकाएं भी डैमेज होने लगती हैं।
किडनी को बचाने का सबसे पहला और जरूरी कदम है स्मोकिंग छोड़ना। धूम्रपान से ब्लड वेसल्स सिकुड़ने लगती हैं, जिससे ब्लड फ्लो धीमा पड़ जाता है। नतीजा, किडनी पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है और लंबे समय में यह अंग डैमेज होने लगता है।
अगर आपकी दिनचर्या में ज्यादा बैठने का काम है और एक्सरसाइज के लिए समय नहीं निकाल पाते, तो यह आदत किडनी के लिए भी हानिकारक है। रोजाना कम से कम 30 मिनट वॉक या हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करें। इससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहेगा और किडनी पर अनावश्यक दबाव नहीं पड़ेगा।
जब ब्लड में शुगर का स्तर लगातार हाई रहता है, तो किडनी को उसे फिल्टर करने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। डायबिटीज के मरीजों में किडनी फेल होने का खतरा कई गुना ज्यादा होता है, इसलिए ब्लड शुगर को नियंत्रित रखना बेहद जरूरी है।
किडनी को स्वस्थ रखने के लिए नमक, प्रोसेस्ड मीट, जंक फूड और सोडियम से भरपूर चीजों से दूरी बनाएं। आहार में हरी सब्जियां, मौसमी फल, साबुत अनाज और पर्याप्त प्रोटीन शामिल करें। सही डाइट न सिर्फ किडनी बल्कि हार्ट और ब्लड प्रेशर को भी हेल्दी रखती है।
पानी की कमी किडनी के लिए सबसे बड़ा दुश्मन है। दिनभर में कम से कम 7-8 गिलास पानी जरूर पिएं, ताकि शरीर से टॉक्सिन और अतिरिक्त सोडियम बाहर निकल सके। हाइड्रेटेड रहना किडनी स्टोन और इंफेक्शन से भी बचाता है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
Updated on:
09 Aug 2025 11:15 am
Published on:
09 Aug 2025 10:00 am