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Worst Habits For Eyesight: आंखों की रौशनी चाहिए बरकरार? तो आज से छोड़ दें ये खतरनाक आदतें

Worst Habits For Eyesight: हमारी कुछ रोजमर्रा की आदतें आंखों के लिए धीरे-धीरे जहर साबित होती हैं। अगर इन्हें समय रहते बदल लिया जाए, तो नजर लंबे समय तक स्वस्थ और तेज रह सकती है।आइए जानते हैं वो कुछ सबसे खतरनाक आदतें, जो आंखों की सेहत को बिगाड़ सकती हैं ।

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भारत

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MEGHA ROY

Sep 23, 2025

Eye health tips,Worst habits for eyesight,Protect your vision,

Improve eyesight naturally|फोटो सोर्स – Freepik

Worst Habits For Eyesight: आजकल चश्मा पहनना या आंखों की रोशनी कमजोर होना किसी उम्र तक सीमित नहीं रहा। छोटे बच्चे हों, कॉलेज के स्टूडेंट्स या फिर ऑफिस में लंबे घंटे काम करने वाले लोग लगभग हर कोई आंखों की थकान, धुंधला दिखना और सिरदर्द जैसी दिक्कतों से जूझ रहा है। आंखें हमारे शरीर का सबसे नाज़ुक हिस्सा हैं, लेकिन इन्हें लेकर हम अक्सर लापरवाही कर बैठते हैं।हमारी कुछ रोजमर्रा की आदतें आंखों के लिए धीरे-धीरे जहर साबित होती हैं। अगर इन्हें समय रहते बदल लिया जाए, तो नजर लंबे समय तक स्वस्थ और तेज रह सकती है।आइए जानते हैं वो कुछ सबसे खतरनाक आदतें, जो आंखों की सेहत को बिगाड़ सकती हैं।

जरूरत से ज्यादा तनाव लेना

तनाव का असर सिर्फ दिमाग और दिल पर ही नहीं, बल्कि आंखों पर भी पड़ता है। जब हम स्ट्रेस में रहते हैं तो ब्लड सर्कुलेशन बिगड़ता है, जिससे आंखों की नसों पर दबाव बढ़ता है और आंखें जल्दी थक जाती हैं।

क्या करें?

रोजाना योग और प्राणायाम करें , ध्यान (Meditation) को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। अपनी पसंदीदा हॉबी के लिए वक्त निकालें, ताकि दिमाग शांत रहे और आंखों को भी राहत मिले।

स्क्रीन टाइम का ओवरडोज

सुबह उठते ही मोबाइल उठाना और देर रात तक लैपटॉप या टीवी पर आंखें गड़ाए रखना आज की सबसे आम लाइफस्टाइल बन गई है। लगातार स्क्रीन पर नजरें गड़ाए रखने से आंखों में सूखापन, जलन और धुंधलापन आने लगता है। यही नहीं, धीरे-धीरे चश्मे का नंबर भी बढ़ सकता है।

क्या करें?

20-20-20 रूल अपनाएं – हर 20 मिनट बाद, 20 सेकेंड का ब्रेक लें और 20 फीट दूर रखी किसी चीज़ को देखें।स्क्रीन की ब्राइटनेस को एडजस्ट करें।चाहें तो एंटी-ग्लेयर स्पेक्स का इस्तेमाल करें।

धूम्रपान की आदत

स्मोकिंग न सिर्फ फेफड़ों और दिल के लिए खतरनाक है, बल्कि यह आंखों की रोशनी भी छीन सकती है। रिसर्च बताती हैं कि सिगरेट पीने वालों में मोतियाबिंद और एज-रिलेटेड मैक्यूलर डिजेनरेशन (AMD) का खतरा कई गुना ज्यादा होता है।

क्या करें?

अगर आंखों को लंबे समय तक सुरक्षित रखना चाहते हैं तो स्मोकिंग छोड़ना ही सबसे अच्छा उपाय है। चाहें तो निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरेपी, काउंसलिंग या हेल्थ एक्सपर्ट की मदद लें।

पोषण से भरपूर आहार न लेना

एक और छिपा हुआ कारण जिसकी लोग अनदेखी करते हैं , वह है पोषक तत्वों की कमी। विटामिन A, C, E, ज़िंक और ओमेगा-3 फैटी एसिड जैसे तत्व आंखों की सेहत के लिए बेहद जरूरी हैं।

क्या करें?

अपने भोजन में हरी सब्जियां, गाजर, अखरोट, अंडे, मछली और फल शामिल करें। ये आपकी आंखों को जरूरी पोषण देंगे और नजर को तेज बनाए रखेंगे।

आंखों को मसलना

बहुत से लोग आंखों में खुजली या थकावट होने पर उन्हें जोर से मसलते हैं। लेकिन यह आदत आपकी आंखों को नुकसान पहुंचा सकती है। इससे आंखों की बाहरी परत को नुकसान पहुंच सकता है और इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।


क्या करें?
जब भी आंखों में जलन हो या खुजली महसूस हो, तो ठंडे पानी से धोएं या डॉक्टर की सलाह से आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल करें।


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