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Yoga For Immunity Booster: मौसम बदला नहीं कि सर्दी-खांसी शुरू! आयुष मंत्रालय ने बताया कैसे योग से बढ़ाए इम्युनिटी

Yoga For Immunity Booster: रोजाना योग करना शरीर को भीतर से मजबूत बनाने में बड़ा सहायक माना जाता है। योग शरीर के अंगों तक बेहतर ऑक्सीजन पहुंचाने, फेफड़ों की क्षमता सुधारने और रक्त संचार को सक्रिय बनाए रखने में मदद करता है।

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भारत

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MEGHA ROY

Nov 14, 2025

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Yoga For Strong Immunity|फोटो सोर्स –Patrika.com

Yoga For Immunity Booster: जैसे ही ठंड की शुरुआत होती है, हवा में हल्की ठिठुरन महसूस होने लगती है और साथ ही गले में खराश, छींकें या बदन दर्द जैसी परेशानियां भी बढ़ने लगती हैं। ऐसे समय में रोजाना योग करना शरीर को भीतर से मजबूत बनाने में बड़ा सहायक माना जाता है। योग शरीर के अंगों तक बेहतर ऑक्सीजन पहुंचाने, फेफड़ों की क्षमता सुधारने और रक्त संचार को सक्रिय बनाए रखने में मदद करता है।आयुष मंत्रालय भी मानता है कि नियमित योगाभ्यास प्राकृतिक रूप से इम्युनिटी को बेहतर करने का आसान तरीका है। आइए जानें कुछ ऐसे योगासन, जो सर्दी–जुकाम में राहत देने और शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।

शीर्षासन

इस आसन में शरीर उल्टा रहता है और रक्त सिर की ओर बहता है। इससे दिमाग, आंखों और नाक तक बेहतर ऑक्सीजन पहुंचती है। माना जाता है कि यह मुद्रा सिरदर्द, सर्दी–जुकाम और थकान में आराम देने के साथ तंत्रिका तंत्र को भी सक्रिय करती है।

हलासन

जब पैरों को सिर के पीछे ले जाया जाता है, तो इससे रीढ़, नसों और मांसपेशियों में गहरा स्ट्रेच मिलता है। यह पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में सहायक होता है, जिससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता स्वाभाविक रूप से मजबूत होती है। तनाव कम करने में भी यह आसन लाभदायक माना जाता है।

मत्स्यासन

इस आसन को करते समय शरीर मछली जैसी आकृति ले लेता है। इससे छाती में जमा कफ ढीला होने में मदद मिलती है। धीरे-धीरे और गहरी सांस लेने पर फेफड़ों की क्षमता में सुधार होता है, जो सर्दी–खांसी से जल्दी राहत पाने में सहायक हो सकता है।

अधोमुख श्वानासन

इस योग मुद्रा में शरीर उल्टे 'V' जैसा आकार बनाता है। इससे सिर और छाती की ओर रक्त प्रवाह बढ़ता है, जिससे नाक और फेफड़ों की सफाई में मदद मिलती है। यह आसन सांस लेने की क्षमता को बेहतर बनाकर गले और छाती में जमा कफ को बाहर निकालने में सहायक माना जाता है।

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।