मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ फोटो सोर्स ट्विटर
लखनऊ में 'विकसित उत्तर प्रदेश विजन 2047' कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बरेली दंगे पर कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अशांति फैलाने वालों को ऐसे सबक सिखाए जाएंगे। जो आने वाली पीढ़ियों तक याद रखेंगे।राजधानी लखनऊ के होटल ताज में शनिवार को ‘विकसित उत्तर प्रदेश विजन 2047’ विषयक कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी शिरकत की। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य उत्तर प्रदेश के विकास की वर्तमान स्थिति और भविष्य की योजनाओं पर विस्तार से चर्चा करना था। अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने प्रदेश की कानून व्यवस्था, इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स जैसे एक्सप्रेसवे, मेट्रो और एयरपोर्ट विकास को प्रमुखता से रेखांकित किया।
बरेली में हालिया हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री ने स्पष्ट संदेश देते हुए कहा कि अशांति फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि पहले जिले में माफिया को खुली छूट मिलती थी। लेकिन अब प्रशासन ने ऐसे मामलों में कड़ा रुख अपनाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब अपराधियों और माफिया को उनके तरीके से समझाने की नीति अपनाई जाती है। जिससे आने वाली पीढ़ियों को सबक मिले। सीएम योगी ने भारत की ऐतिहासिक प्रगति का भी हवाला देते हुए बताया कि 11वीं सदी में भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था में 40% हिस्सेदारी रखता था। जबकि अंग्रेजों के शासनकाल में इसका अत्यधिक नुकसान हुआ। देश के उद्योग धंधे समाप्त कर दिए गए। उन्होंने तक्षशिला विश्वविद्यालय, सुश्रुत, चरक और पाणिनि जैसे विद्वानों का जिक्र कर देश की वैज्ञानिक और सांस्कृतिक विरासत को याद दिलाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे लोग, जो समाज को झूठे नारों और विभाजनकारी संदेशों से भटकाते हैं। उनके खिलाफ बुलडोजर जैसी कठोर कार्रवाई अपनाई गई है। उन्होंने यह भी बताया कि उत्तर प्रदेश ने पिछले आठ वर्षों में उल्लेखनीय विकास किया है। प्रदेश में एक्सप्रेसवे का सबसे बड़ा नेटवर्क, शहरों में सबसे अधिक मेट्रो प्रोजेक्ट, 16 सक्रिय एयरपोर्ट और निवेश आकर्षण जैसे कई क्षेत्रों में यूपी ने देश में अग्रणी भूमिका निभाई है।
सीएम ने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश गन्ना उत्पादन, एथेनॉल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के निर्माण में देश में नंबर एक है। प्रदेश की अर्थव्यवस्था में तेजी से वृद्धि हुई है और 2047 तक इसे सिक्स ट्रिलियन डॉलर तक पहुँचाने का लक्ष्य है। उन्होंने निवेश को बढ़ावा देने, निजी विश्वविद्यालयों की स्थापना और वन जिला-वन प्रोडक्ट जैसे योजनाओं पर भी प्रकाश डाला। मुख्यमंत्री योगी ने निष्कर्ष रूप में कहा कि उत्तर प्रदेश की प्रगति केवल योजना या नीति नहीं, बल्कि हर नागरिक की भागीदारी और प्रतिबद्धता से संभव है। प्रदेश की जमीन में उत्पादन क्षमता और निवेश की अपार संभावना है। जो 2047 तक इसे विकसित और सशक्त बनाने में मदद करेगी।
Published on:
27 Sept 2025 02:01 pm
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