4 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

युवाओं के लिए बड़ा मौका: रोडवेज 1 दिसंबर से रोजगार मेले में 120 संविदा चालकों की भर्ती शुरू करेगा

UP Roadways: लखनऊ रोडवेज में संविदा चालकों की भारी कमी को पूरा करने के लिए विभाग ने 1 दिसंबर से बड़े स्तर पर भर्ती प्रक्रिया शुरू करने का फैसला किया है। कमता बस अड्डे पर लगने वाले रोजगार मेले में दो दिनों में 120 चालकों की नियुक्ति की जाएगी। युवाओं के लिए यह सुनहरा रोजगार अवसर है।

3 min read
Google source verification

लखनऊ

image

Ritesh Singh

Dec 01, 2025

रोडवेज में संविदा चालकों की भर्ती 1 दिसंबर से शुरू, कमता बस अड्डे पर लगेगा रोजगार मेला (फोटो सोर्स : Whatsapp News Group)

रोडवेज में संविदा चालकों की भर्ती 1 दिसंबर से शुरू, कमता बस अड्डे पर लगेगा रोजगार मेला (फोटो सोर्स : Whatsapp News Group)

Roadways Recruitment: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) में रोजगार की तलाश कर रहे युवाओं के लिए बड़ी खुशखबरी है। रोडवेज विभाग ने आगामी 1 दिसंबर से संविदा चालकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा की है। इसके लिए विशेष रोजगार मेले का आयोजन राजधानी के कमता बस अड्डे पर किया जाएगा। दो दिनों तक चलने वाले इस मेले में लगभग 120 संविदा चालकों की नियुक्ति की जाएगी। विभाग द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार न्यूनतम शैक्षिक योग्यता कक्षा 6 पास तय की गई है, जबकि न्यूनतम आयु सीमा 23 वर्ष 6 माह निर्धारित की गई है।

रोडवेज के इतिहास में यह पहली बार है जब इतने बड़े पैमाने पर संविदा चालकों की सीधी भर्ती दो दिनों के रोजगार मेले के माध्यम से की जा रही है। इसके लिए लखनऊ क्षेत्रीय प्रबंधन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं और कमता बस अड्डे पर आवश्यक व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा है।

भर्ती प्रक्रिया में योग्यता और अनुभव पर जोर

दोपहिया या हल्के वाहन का लाइसेंस रखने मात्र से यह नौकरी नहीं मिल सकेगी। आवेदक के पास हैवी मोटर व्हीकल (HMV) लाइसेंस होना अनिवार्य है, साथ ही कम से कम दो वर्ष का ड्राइविंग अनुभव भी प्रमाणित रूप से आवश्यक रखा गया है। विभाग का मानना है कि रोडवेज बसों के संचालन के लिए अनुभवी, जिम्मेदार और प्रशिक्षित चालकों की आवश्यकता होती है, इसलिए अनुभव को विशेष प्राथमिकता दी जा रही है।

क्षेत्रीय प्रबंधक के अनुसार, कई बार कम अनुभव वाले चालक भारी वाहनों को संभालने में कठिनाई का सामना करते हैं, जिससे यात्रा और यात्रियों की सुरक्षा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए विभाग कोशिश कर रहा है कि इस भर्ती के माध्यम से केवल उन्हीं लोगों को मौका मिले जो सड़क सुरक्षा मानकों का पूर्ण पालन करते हों और भारी वाहन संचालन में दक्ष हों।

वेतन और सुविधाएं: पारिश्रमिक 2.06 रुपये प्रति किलोमीटर

संविदा चालकों को प्रति किलोमीटर 2.06 रुपये की दर से भुगतान किया जाएगा। यह दर पिछले वर्षों की तुलना में अधिक है और इसका उद्देश्य बेहतर प्रतिभा को आकर्षित करना है। एक चालक औसतन 250–300 किमी प्रतिदिन बस का संचालन करता है। ऐसे में मासिक आय 15,000 से 18,000 रुपये या इससे अधिक भी हो सकती है, जो कि बसों की रूट लंबाई और ड्यूटी घंटों पर निर्भर करेगी। इसके साथ ही, संविदा चालकों को दुर्घटना की स्थिति में महत्वपूर्ण सुरक्षा कवच भी दिया जाएगा। हादसे में मृत्यु होने पर चालक के परिवार को 7.5 लाख रुपये का मुआवजा प्रदान किया जाएगा। यह प्रावधान संविदा कर्मचारियों के प्रति विभाग की जिम्मेदारी और संवेदनशीलता दोनों को दर्शाता है।

रोजगार मेले में शामिल होने की प्रक्रिया

आवेदक 1 और 2 दिसंबर को सुबह 10 बजे से कमता बस अड्डे पर पहुंचकर आवेदन जमा कर सकेंगे। विभाग ने सलाह दी है कि उम्मीदवार अपने आवश्यक दस्तावेज,जैसे शैक्षिक प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, अनुभव प्रमाण पत्र, दो फोटो, और मेडिकल फिटनेस रिपोर्ट साथ लेकर आएँ। सभी दस्तावेजों का सत्यापन वहीं पर किया जाएगा। इसके बाद चयनित उम्मीदवारों का टेस्ट ड्राइव और फिटनेस मूल्यांकन भी किया जाएगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि चालक बस संचालन के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से पूर्ण रूप से सक्षम है।

क्यों पड़ रही है संविदा चालकों की जरूरत

पिछले कुछ महीनों में रोडवेज के कई पुराने चालक सेवानिवृत्त हुए हैं, जबकि नई बसों का परिचालन लगातार बढ़ाया जा रहा है। इसका सीधा प्रभाव चालक संख्या पर पड़ा है। रोडवेज के पास पर्याप्त बसें होने के बावजूद चालक उपलब्ध न होने के कारण कई बसों का संचालन बाधित हो रहा था।

लखनऊ क्षेत्र में ही प्रतिदिन 10–15 बसें चालक की कमी के कारण निर्धारित समय पर रवाना नहीं हो पा रही थीं। इसके चलते यात्रियों को इंतजार करना पड़ता था, और निजी बस ऑपरेटर इसका लाभ उठा रहे थे। विभाग ने इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए संविदा चालकों की भर्ती करने का निर्णय लिया है, ताकि बस सेवाओं में सुधार किया जा सके और त्योहारों या छुट्टियों के दौरान बढ़ने वाली भीड़ को भी सुचारू रूप से संभाला जा सके।

यात्री सुविधाओं में सुधार का लक्ष्य

संविदा चालकों की संख्या बढ़ने से रोडवेज सेवाओं की रफ्तार बढ़ेगी और यात्रियों को बेहतर सुविधा मिलेगी। लखनऊ सहित कई जिलों में अभी भी बसें टाइम टेबल के अनुसार नहीं चल पा रही हैं। चालक बढ़ने से यात्रा समय, बस प्रबंधन और रूट संचालन अधिक व्यवस्थित हो पाएगा। साथ ही रोडवेज बस स्टेशनों पर भीड़ प्रबंधन, परिचालन व्यवस्था और यात्री सुरक्षा पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। संविदा के आधार पर चालक रखने से रोडवेज पर आर्थिक बोझ कम पड़ता है और स्थिति के अनुसार स्टाफ समायोजित करना भी आसान होता है।