
करोड़ की हेरोइन के साथ दो महिलाएं गिरफ्तार (फोटो सोर्स : Police Whatsapp News Group )
लखनऊ में राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए चारबाग रेलवे स्टेशन से दो महिला तस्करों को गिरफ्तार किया। दोनों के पास से 3.110 किलो हेरोइन बरामद की गई, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 21.77 करोड़ रुपये आंकी गई है। तस्करी का यह माल पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी से दिल्ली ले जाया जा रहा था। DRI की इस कार्रवाई ने उत्तर भारत में सक्रिय एक बड़े ड्रग नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है।
DRI अधिकारियों को एक विश्वसनीय मुखबिर से सूचना मिली कि न्यू जलपाईगुड़ी से दिल्ली की ओर जा रही ट्रेन में दो महिलाएं भारी मात्रा में हेरोइन लेकर सफर कर रही हैं। सूचना की गंभीरता को देखते हुए DRI ने तुरंत एक विशेष टीम गठित की और चारबाग रेलवे स्टेशन पर निगरानी शुरू कर दी। अधिकारियों ने ट्रेन के आगमन के समय प्लेटफॉर्मों, निकास द्वारों और संदिग्ध स्पॉट्स पर टीम तैनात कर दी। न्यू जलपाईगुड़ी-दिल्ली एक्सप्रेस के चारबाग पहुंचते ही DRI की टीम ने संदिग्ध महिलाओं को पहचान लिया। उनका व्यवहार भी अधिकारियों को संदेहास्पद लगा, जिसके बाद उन्हें रोककर पूछताछ की गई।
पूछताछ के दौरान दोनों महिलाएं घबरा गईं। इसके बाद DRI टीम ने दोनों के बैगों की तलाशी ली। तलाशी में बैगों की अंदरूनी सिलाइयों, कपड़ों के बीच और अलग से बनाए गए गुप्त खानों में प्लास्टिक में पैक कई छोटे पैकेट मिले। इन पैकेटों में सफेद पाउडर जैसा पदार्थ भरा हुआ था। मौके पर ही NDPS फील्ड टेस्टिंग किट से जांच की गई, जिसमें पुष्टि हुई कि यह उच्च गुणवत्ता की हेरोइन है। कुल वजन 3.110 किलो पाया गया।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में हेरोइन की कीमत करीब 7 करोड़ रुपये प्रति किलो होती है। इसी आधार पर जब्त माल की कुल कीमत लगभग ₹21.77 करोड़ आंकी गई है। इतनी भारी मात्रा में ड्रग्स का पकड़ा जाना यह संकेत देता है कि इस मामले में कोई मजबूत और संगठित ड्रग सिंडिकेट काम कर रहा है।
DRI इस बात की जांच कर रही है कि
अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में महिलाएं कई महत्वपूर्ण बातों को छिपाने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन उनके मोबाइल फोन, यात्रा रूट, टिकट और बैग से मिले अन्य दस्तावेजों की जांच के बाद कई अहम सुराग मिले हैं।
पिछले कुछ वर्षों में पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर राज्यों से दिल्ली, पंजाब और हरियाणा की ओर हेरोइन और अन्य सिंथेटिक ड्रग्स की तस्करी में तेजी आई है। खासकर
इन्हें ड्रग ट्रैफिकिंग के महत्वपूर्ण हॉटस्पॉट माना जाता है। यह क्षेत्र भारत–बांग्लादेश सीमा के पास है, जहाँ से अफीम, ब्राउन शुगर और हेरोइन की तस्करी अक्सर होती रही है। DRI को आशंका है कि इस मामले में भी वही रूट इस्तेमाल किया गया था
हेरोइन एक अत्यंत घातक सिंथेटिक ड्रग है जिसे अफीम से तैयार किया जाता है। इसका केमिकल फार्मूला डाई-एसिटाइल-मॉर्फिन (Diacetylmorphine) है।
इसकी थोड़ी सी मात्रा भी व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक रूप से बुरी तरह निर्भर बना देती है। सेवन के बाद इसका प्रभाव सीधे मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र पर पड़ता है। हेरोइन भारत में NDPS एक्ट के तहत पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है।
तस्करी में महिलाओं की बढ़ती भूमिका सुरक्षा एजेंसियों के लिए नई चुनौती बनती जा रही है। कारण
DRI के अनुसार, हाल ही में पकड़े गए कई मामलों में महिला तस्करों की संख्या बढ़ी है। इस मामले में पकड़ी गई महिलाओं के पास भी तस्करी के अनुभव के संकेत मिले हैं, क्योंकि पैकिंग और छिपाने का तरीका बेहद पेशेवर था।
गिरफ्तार दोनों महिलाओं को NDPS एक्ट की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कोर्ट में पेश किया जाएगा। इसके बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा जा सकता है। DRI ने उनके मोबाइल फोन,कॉल रिकॉर्ड,बैंकिंग ट्रांजैक्शन,यात्रा इतिहास,संपर्कों की जांच शुरू कर दी है। केंद्रीय एजेंसियाँ यह भी पता लगा रही हैं कि क्या इस नेटवर्क की कड़ियाँ-म्यांमार,बांग्लादेश,नेपालतक जुड़ी हैं, जहाँ से अक्सर ड्रग्स की खेप भारत में आती है।
भारत सरकार लगातार ड्रग माफियाओं पर सख्ती कर रही है। पिछले तीन वर्षों में हेरोइन की सबसे अधिक खेप,ड्रग्स की सबसे अधिक जब्ती,तस्करी में सबसे अधिक गिरफ्तारियां दर्ज़ की गई हैं। NIA, DRI, NCB, BSF, SSB और राज्य पुलिस मिलकर संयुक्त अभियान चलाती हैं। लखनऊ की यह कार्रवाई भी उसी मिशन का हिस्सा है।
Published on:
18 Nov 2025 11:50 pm
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