
डेढ़ घंटे की भव्य आतिशबाज़ी से गूंजेगा आसमान, सांसद व डिप्टी सीएम होंगे मौजूद (फोटो सोर्स : Whatsapp )
Dussehra celebration Lucknow: दशहरे के पावन पर्व पर आज लखनऊ के ऐतिहासिक ऐशबाग रामलीला मैदान में रावण दहन का भव्य आयोजन होगा। हर साल की तरह इस बार भी हजारों की संख्या में श्रद्धालु और दर्शक इस दृश्य के साक्षी बनेंगे। परंपरा और आधुनिकता का संगम कहे जाने वाले इस आयोजन में इस बार 12,000 से अधिक लोगों के पहुंचने का अनुमान है।
कार्यक्रम की शुरुआत शाम को होगी और रावण दहन से पहले करीब डेढ़ घंटे तक लगातार आतिशबाजी चलेगी। रंग-बिरंगी आतिशबाजी से आसमान जगमगा उठेगा और दर्शक दिवाली जैसी चमकदार रोशनी का आनंद लेंगे। आयोजकों का कहना है कि इस बार आतिशबाज़ी में आधुनिक तकनीक और पर्यावरण के अनुकूल पटाखों का इस्तेमाल किया गया है, जिससे दर्शकों को अनोखा अनुभव मिलेगा।
आयोजकों के अनुसार, इस बार रावण का पुतला लगभग 100 फीट ऊँचा तैयार किया गया है। इसके साथ ही मेघनाथ और कुंभकर्ण के पुतले भी बनाए गए हैं। इन पुतलों में पटाखों और आतिशबाजी की विशेष व्यवस्था की गई है। जैसे ही प्रभु श्री राम बाण चलाएंगे, पुतलों में धमाकेदार विस्फोट के साथ आग लग जाएगी और हजारों लोग इस पावन दृश्य के साक्षी बनेंगे।
लखनऊ का ऐशबाग रामलीला मैदान देश की सबसे प्रसिद्ध रामलीलाओं में गिना जाता है। यहां दशहरे का आयोजन 100 साल से भी अधिक पुराना है। हर साल विजयादशमी पर यहां परंपरागत तरीके से रावण दहन होता है। लोग इसे केवल धार्मिक आयोजन ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक विरासत मानते हैं। स्थानीय बुजुर्ग बताते हैं कि पहले रावण का पुतला काफ़ी छोटा होता था, लेकिन धीरे-धीरे यह आयोजन भव्यता की ओर बढ़ता गया और आज यह पूरे उत्तर भारत का आकर्षण बन चुका है।
रावण दहन के मौके पर बच्चों और परिवारों के लिए भी विशेष इंतजाम किए गए हैं। मैदान में खाने-पीने के स्टॉल, खिलौनों की दुकानें और झूले लगाए गए हैं। बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अलग से पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे।
त्योहार के इस मौके पर शहरवासी बेहद उत्साहित हैं। हर साल की तरह इस बार भी लोग सुबह से ही रावण दहन कार्यक्रम की चर्चा कर रहे हैं। कई परिवार दूर-दराज के इलाकों से ऐशबाग पहुंचने की तैयारी में हैं। गोमती नगर निवासी सीमा वर्मा कहती हैं कि हम हर साल परिवार के साथ ऐशबाग जाते हैं। बच्चों को आतिशबाजी और रावण दहन बहुत अच्छा लगता है। इस बार भी बच्चों का उत्साह देखते ही बन रहा है।
भीड़ को नियंत्रित करने और किसी भी अनहोनी से बचाने के लिए प्रशासन ने जनता से अपील की है कि वे निर्धारित प्रवेश द्वारों से ही मैदान में प्रवेश करें। धक्का-मुक्की और भगदड़ से बचने के लिए लोग लाइन से अंदर जाएं। इसके अलावा आतिशबाजी के दौरान बच्चे और बुजुर्ग सुरक्षित दूरी पर रहें। प्रशासन ने साफ कहा है कि लोगों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।
रावण दहन सिर्फ आतिशबाज़ी और पुतला दहन नहीं है, बल्कि यह सत्य की असत्य पर विजय का प्रतीक है। ऐशबाग मैदान में होने वाला यह आयोजन इसी संदेश को पुनः स्थापित करता है कि बुराई चाहे कितनी भी शक्तिशाली क्यों न हो, अंततः अच्छाई की जीत होती है। सांसद दिनेश शर्मा ने कहा कि ऐशबाग का दशहरा केवल लखनऊ ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश की सांस्कृतिक पहचान है। यह आयोजन हमें जीवन में सदाचार और सत्य की राह पर चलने की प्रेरणा देता है।"
Published on:
02 Oct 2025 09:04 am
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