Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

UP Crime: सिपाही पर नर्सिंग छात्रा का आरोप, शादी का झांसा देकर पांच साल शोषण, इनकार के बाद मामला पुलिस तक पहुंचा

UP Police Action: लखनऊ के आशियाना क्षेत्र में ट्रैफिक पुलिस के सिपाही पर नर्सिंग छात्रा ने शादी का झांसा देकर पांच वर्षों तक शारीरिक शोषण करने का गंभीर आरोप लगाया है। छात्रा ने बताया कि फेसबुक से शुरू हुई दोस्ती का फायदा उठाकर सिपाही उसे लगातार होटल ले जाता रहा। अब शादी से इनकार पर पीड़िता पुलिस की शरण में पहुँची है।

4 min read
Google source verification

लखनऊ

image

Ritesh Singh

Nov 24, 2025

सिपाही पर नर्सिंग छात्रा का गंभीर आरोप: 5 साल तक शादी का झांसा देकर बनाता रहा संबंध (फोटो सोर्स :X news group)

सिपाही पर नर्सिंग छात्रा का गंभीर आरोप: 5 साल तक शादी का झांसा देकर बनाता रहा संबंध (फोटो सोर्स :X news group)

UP Crime Nursing Student Case: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक नर्सिंग छात्रा द्वारा ट्रैफिक पुलिस के सिपाही पर लगाए गए गंभीर आरोपों ने पुलिस प्रशासन को सकते में डाल दिया है। मामला आशियाना थाना क्षेत्र का है, जहां छात्रा ने शिकायत दर्ज कराई है कि एक ट्रैफिक कांस्टेबल ने उसे पांच वर्षों तक शादी का झांसा देकर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए, और अब जब उसकी शादी कहीं और तय हो गई, तो उसने पीड़िता से संबंध तोड़ लिए। आरोप यह भी है कि शुरुआती शिकायत पर थाने में मौजूद SSI ने छात्रा पर समझौते का दबाव बनाया, जिसके चलते मामला और संवेदनशील हो गया। अब पुलिस विभाग ने इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए जांच तेज कर दी है और आरोपी सिपाही के खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

फेसबुक से हुई थी दोस्ती, शुरू हुआ रिश्ता

पीड़ित छात्रा के अनुसार वर्ष 2019 में फेसबुक पर उसकी दोस्ती सिपाही मुकेश यादव से हुई। दोनों की बातचीत धीरे-धीरे बढ़ती गई और समय के साथ रिश्ता गहरा होता गया। कुछ ही महीनों में आरोपी ने छात्रा को शादी का भरोसा दिया और इसी विश्वास में छात्रा उसके साथ रिश्ते में जुड़ती चली गई। छात्रा का कहना है कि सिपाही अक्सर उसे शहर के विभिन्न होटल रूम्स में ले जाकर शारीरिक संबंध बनाता था, और हर बार यही कहता था कि "कुछ समय बाद हम शादी कर लेंगे, परिवार को मनाना है। छात्रा बताती है कि वह आरोपी को पूरी तरह भरोसेमंद मानती थी, क्योंकि वह पुलिस विभाग में कार्यरत था और समाज में उसकी साफ छवि दिखती थी।

पांच  साल का छलावा और शादी से इनकार

पीड़िता ने बताया कि पिछले पांच वर्षों में सिपाही ने कभी भी शादी की बात से स्पष्ट इनकार नहीं किया। वह हमेशा बहानों में उलझाता रहा,कभी परिवार की समस्याएं, कभी नौकरी का दबाव, तो कभी समय की कमी का हवाला देता रहा। लेकिन पिछले कुछ महीनों से उसका व्यवहार अचानक बदलने लगा। छात्रा को जानकारी हुई कि आरोपी की शादी किसी दूसरी लड़की से तय हो चुकी है। जब उसने इसका कारण पूछा, तो आरोपी ने साफ कहा कि वह अब उससे शादी नहीं कर सकता। पीड़िता का आरोप है कि उसने जब यह बात सुनकर विरोध किया तो आरोपी ने उससे बातचीत करना भी बंद कर दिया। छात्रा का कहना है कि वह मानसिक रूप से टूट गई और उसे समझ में नहीं आ रहा था कि पाँच साल तक उसका इस्तेमाल क्यों किया गया।

थाने पहुंची पीड़िता, SSI पर दबाव बनाने का आरोप

मामला तब सामने आया जब पीड़िता ने आशियाना थाने पहुंचकर अपनी आपबीती पुलिस अधिकारियों को बताई। लेकिन उसके अनुसार, शिकायत देना उसके लिए आसान नहीं था। छात्रा का आरोप है कि थाने के SSI ने उस पर समझौता करने का दबाव बनाया और कहा कि मामला पुलिस विभाग से जुड़ा है, इसलिए इसे यहीं खत्म कर देना चाहिए। छात्रा का कहना है कि मैंने जब अपनी बात बताई तो SSI ने कहा कि मुकेश तुम्हारा अच्छा दोस्त है, थोड़ा बहुत गलतफहमी हो सकती है, समझदारी से मामला सुलझा लो। लेकिन जब छात्रा ने समझौते से इनकार कर स्पष्ट तौर पर लिखित कार्रवाई की मांग की, तब जाकर मामला दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू हुई। यह पहलू सामने आने से विभागीय कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं, क्योंकि ऐसे संवेदनशील मामलों में समझौते का दबाव बनाना कानून के खिलाफ है।

पीड़िता ने पुलिस अधिकारियों से गुहार लगाई, मामला उच्चाधिकारियों तक पहुंचा

थाने में उचित कार्रवाई न होते देख छात्रा ने यह मामला उच्चाधिकारियों तक पहुँचाया। इसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों ने संज्ञान लेते हुए आशियाना पुलिस से रिपोर्ट मांगी और पीड़िता को निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया। इसके बाद घटना ने नया मोड़ लिया और आरोपी सिपाही सहित थाने के SSI के खिलाफ भी विभागीय जांच शुरू करने पर विचार किया जा रहा है।

आरोपी सिपाही की तैनाती, विभाग पर बढ़ा दबाव

जानकारी के अनुसार आरोपी मुकेश यादव लखनऊ ट्रैफिक पुलिस में तैनात है। उसके खिलाफ लगे आरोपों ने विभागीय छवि पर भी असर डालना शुरू कर दिया है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि आरोपी के व्यवहार को लेकर पहले ऐसी कोई शिकायत नहीं आई थी, लेकिन यह मामला गंभीर है और कार्रवाई का आदेश जल्द जारी हो सकता है।

कानूनी पहलू क्या कहते हैं

कानूनी विशेषज्ञों के अनुसार, यदि कोई पुरुष किसी महिला से शादी का झांसा देकर लगातार शारीरिक संबंध बनाता है, तो यह भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (बलात्कार) के दायरे में आता है, यदि यह साबित हो जाए कि उसका आश्वासन शुरू से ही धोखा देने के उद्देश्य से था। इसके अलावा,भावनात्मक शोषण,धोखाधड़ी,विश्वास भंग,महिला का दुरुपयोग,जैसे कई पहलुओं की अलग-अलग धाराएं भी लागू हो सकती हैं। पीड़िता के पाँच साल तक चले संबंध और लगातार दी गई विवाह की गारंटी इस केस को और गंभीर बना देती है।

महिला संगठनों की प्रतिक्रिया

घटना सामने आने के बाद महिला अधिकार समूह भी इस मामले में सक्रिय हो गए हैं। उनका कहना है कि पुलिस विभाग के कर्मचारी द्वारा ऐसा कृत्य किया जाना बेहद शर्मनाक है। और यदि थाने के SSI ने समझौते का दबाव बनाया है, तो यह विभागीय भ्रष्टाचार का स्पष्ट उदाहरण है। संगठनों ने मामले की निष्पक्ष जांच और पीड़िता को सुरक्षा देने की मांग की है।

पुलिस एक्शन मोड में

वरिष्ठ अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद लखनऊ पुलिस अब एक्शन मोड में आ गई है। आरोपी सिपाही से पूछताछ की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। पीड़िता के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। होटल रूम्स की CCTV फुटेज, लेन-देन और कॉल रिकॉर्ड भी जांच का हिस्सा बनाए जा रहे हैं। SSI की भूमिका पर भी विभागीय जांच बैठाने की तैयारी है। सूत्रों के अनुसार यदि आरोप प्रथम दृष्टया सही पाए गए, तो आरोपी को निलंबित किया जा सकता है।

पीड़िता बोली--'मेरे जीवन के पाँच साल बर्बाद कर दिए'

छात्रा का कहना है कि मैं भावनात्मक और मानसिक रूप से टूट चुकी हूँ।  पांच साल तक मुझसे हर वादा किया गया। अब जब उसके परिवार ने कहीं और रिश्ता कर दिया, तो उसने मुझे छोड़ दिया। मैंने न्याय के लिए पुलिस में शिकायत की है,बस निष्पक्ष कार्रवाई चाहती हूँ।