Lucknow Municipal Executive Committee Elections: नगर निगम मुख्यालय लालबाग स्थित त्रिलोकीनाथ हाल में रविवार को आयोजित विशेष अधिवेशन में नगर निगम लखनऊ की कार्यकारिणी समिति के छह रिक्त पदों के लिए चुनाव की प्रक्रिया सम्पन्न हुई। यह अधिवेशन नगर निगम की अध्यक्षता में एवं समस्त माननीय पार्षदों की गरिमामयी उपस्थिति में आयोजित हुआ। चुनाव प्रक्रिया पूर्ण पारदर्शिता और सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुई और सभी छह सदस्य निर्विरोध निर्वाचित हुए।
इस विशेष अधिवेशन में कार्यकारिणी समिति के सदस्य के रूप में जिन छह पार्षदों का चयन हुआ, उनमें शामिल हैं:
इन सभी माननीय पार्षदों के निर्विरोध निर्वाचन को नगर निगम के सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से सराहा। अधिवेशन के दौरान माहौल पूरी तरह सौहार्द्रपूर्ण रहा और प्रक्रिया को पूर्ण पारदर्शिता के साथ सम्पन्न किया गया।
अधिवेशन की अध्यक्षता कर रही नगर निगम की प्रमुख ने इस अवसर पर सभी निर्वाचित सदस्यों को हार्दिक बधाई देते हुए कहा, “कार्यकारिणी समिति नगर निगम की नीतियों, योजनाओं और विकास कार्यों की धुरी है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि नई कार्यकारिणी लखनऊ को स्वच्छ, सुंदर और स्मार्ट शहर बनाने की दिशा में ठोस एवं प्रभावी कदम उठाएगी तथा जनता की अपेक्षाओं पर खरी उतरेगी।”
कार्यकारिणी समिति नगर निगम का वह मुख्य निकाय है, जो शहर के विकास कार्यों, नीतियों और योजनाओं को क्रियान्वित करने में अहम भूमिका निभाता है। यह समिति बजट अनुमोदन, परियोजनाओं की प्राथमिकता तय करने, स्वच्छता, यातायात, बुनियादी ढांचे के विकास और नागरिक सुविधाओं से जुड़ी योजनाओं के कार्यान्वयन के लिए जिम्मेदार होती है। नई कार्यकारिणी समिति से शहरवासियों को बड़ी उम्मीदें हैं, खासकर स्मार्ट सिटी मिशन और स्वच्छ भारत अभियान से जुड़े लक्ष्यों को हासिल करने के लिए।
नगर निगम लखनऊ के हालिया इतिहास में यह चुनाव इसलिए भी महत्वपूर्ण रहा क्योंकि सभी छह पदों पर निर्विरोध निर्वाचन हुआ। इससे यह संदेश गया कि नगर निगम के पार्षद शहर के विकास और जनता की सुविधा के लिए एकजुट होकर काम करने को तैयार हैं। विभिन्न राजनीतिक विचारधाराओं से आने वाले पार्षदों का यह सामंजस्य शहर के लिए शुभ संकेत माना जा रहा है।
नई कार्यकारिणी समिति के गठन के बाद उम्मीद है कि लखनऊ में कई बड़े विकास कार्यों को गति मिलेगी। इनमें मुख्य रूप से निम्नलिखित क्षेत्र शामिल हैं:
लखनऊ के नागरिकों का मानना है कि नगर निगम की नई कार्यकारिणी समिति को जमीनी स्तर पर काम करके जनता की मूलभूत जरूरतों को प्राथमिकता देनी चाहिए। शहरवासी चाहते हैं कि स्वच्छता, सीवरेज, यातायात और प्रदूषण जैसी समस्याओं का स्थायी समाधान निकले।
विशेष अधिवेशन के दौरान नगर निगम मुख्यालय में सभी पार्षदों की गरिमामयी उपस्थिति रही। चुनाव प्रक्रिया में किसी तरह का विवाद या मतभेद सामने नहीं आया, जो यह दर्शाता है कि विकास के एजेंडे पर सभी जनप्रतिनिधि एकमत हैं। यह लखनऊ नगर निगम के लिए एक सकारात्मक संकेत है। नई कार्यकारिणी समिति के गठन के बाद नगर निगम के कामकाज की गति तेज होने की उम्मीद है। लखनऊ को स्मार्ट सिटी के मॉडल के रूप में विकसित करने के लिए कई नई परियोजनाएँ प्रस्तावित हैं, जिनमें स्वच्छता मिशन, हरित क्षेत्र का विस्तार, यातायात सुधार और सार्वजनिक सुविधाओं को आधुनिक बनाने जैसे प्रोजेक्ट शामिल हैं।
Updated on:
18 Aug 2025 02:30 pm
Published on:
18 Aug 2025 01:21 am