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यूपी में 4 दिन बंद रहेगी संपत्तियों की रजिस्ट्री, ये वजह आई सामने, महानिरीक्षक निबंध ने जारी किया आदेश

स्टाम्प एवं रजिस्ट्रेशन विभाग का ऑनलाइन सिस्टम कुछ दिनों के लिए ठप रहने वाला है। पोर्टल से जुड़ी अहम सेवाएं अस्थायी रूप से बंद होंगी। जिससे आम लोगों के जरूरी काम रुक सकते हैं। जानिए। क्यों थमने जा रहा है। रजिस्ट्रेशन का पूरा सिस्टम।

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लखनऊ

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Mahendra Tiwari

Nov 05, 2025

Gonda

महानिरीक्षक निबंधन फोटो सोर्स गोंडा में तैनाती के दौरान ली गई फोटो

उत्तर प्रदेश के स्टाम्प एवं रजिस्ट्रेशन विभाग का ऑनलाइन सिस्टम चार दिन के लिए ठप रहेगा। विभाग द्वारा जारी सूचना के अनुसार, 8 नवंबर से 11 नवंबर 2025 तक विभाग के ऑनलाइन पोर्टल पर सभी सेवाएं अस्थायी रूप से बाधित रहेंगी। इस अवधि में आमजन ऑनलाइन लेखपत्र पंजीकरण और अन्य प्रकार के आवेदन नहीं कर सकेंगे। साथ ही प्रदेशभर के उप निबंधक कार्यालयों में पंजीकरण (Registration) कार्य भी संपादित नहीं किया जा सकेगा।

महानिरीक्षक निबंधन नेहा शर्मा ने बताया कि विभाग के ऑनलाइन पोर्टल को वर्तमान में एनआईसी द्वारा संचालित ‘मेघराज क्लाउड सर्वर’ से ‘नेशनल गवर्नमेंट क्लाउड (NGC)’ पर स्थानांतरित किया जा रहा है। इस प्रक्रिया के अंतर्गत सर्वर का रखरखाव और डेटा माइग्रेशन कार्य चार दिनों तक चलेगा। उन्होंने बताया कि यह कदम विभाग की डिजिटल सेवाओं को और अधिक सुरक्षित, स्थायी और तेज बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है।
विभाग ने स्पष्ट किया है कि सर्वर ट्रांसफर अवधि में पंजीकरण संबंधी कार्य न हो पाने के कारण आम नागरिकों, अधिवक्ताओं और दस्तावेज लेखकों को असुविधा हो सकती है। इसलिए विभाग ने सभी जिलों के उप निबंधक कार्यालयों को निर्देशित किया है कि इस जानकारी को व्यापक रूप से प्रचारित करें। ताकि किसी को असुविधा न हो।

कार्यालय में उपस्थित रहेंगे कर्मचारी सर्वर टेस्टिंग और तकनीकी सहयोग

महानिरीक्षक ने यह भी निर्देश दिया है कि विभाग के समस्त अधिकारी और कर्मचारी 10 व 11 नवंबर को अपने-अपने कार्यालयों में उपस्थित रहें। इन दो दिनों में नियमित कार्यालय के कार्यों के साथ सर्वर टेस्टिंग और तकनीकी सहयोग सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए हैं। विभागीय सूत्रों के अनुसार, सर्वर के नेशनल गवर्नमेंट क्लाउड पर शिफ्ट होने के बाद रजिस्ट्रेशन सेवाओं की गति और डेटा सुरक्षा दोनों में सुधार देखने को मिलेगा। यह कदम ई-गवर्नेंस को और सुदृढ़ करने की दिशा में एक बड़ा परिवर्तन माना जा रहा है।