
2023 बैच की पहली पोस्टिंग, ट्रेनी डीएसपी अब संभालेंगे जिम्मेदारी (फोटो सोर्स : Whatsapp News Group )
PPS Posting: उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग में बड़े पैमाने पर किए गए प्रशासनिक फेरबदल के तहत 34 नए प्रांतीय पुलिस सेवा (PPS) अधिकारियों को राज्य के विभिन्न जिलों में तैनाती दे दी गई है। यह तैनाती 2023 बैच के PPS अधिकारियों की है, जिन्होंने हाल ही में अपनी बुनियादी तथा फील्ड ट्रेनिंग पूरी की है। इन अधिकारियों को अब जनपदों में डीएसपी (डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस)/सीओ (सर्किल ऑफिसर) के पद पर कार्यभार सौंपा जाएगा। विशेष बात यह है कि तैनात किए गए अधिकारियों में 9 महिला अफसर भी शामिल हैं, जो आने वाले समय में विभिन्न जिलों में कानून-व्यवस्था की कमान मजबूत करेंगी।
नए PPS अफसरों ने मुरादाबाद और मसूरी स्थित पुलिस प्रशिक्षण केंद्रों में अपनी कड़ी ट्रेनिंग पूरी की। इस ट्रेनिंग में उन्हें पुलिस प्रशासन, अपराध नियंत्रण, आधुनिक तकनीक, आपदा प्रबंधन, साइबर अपराध, सामुदायिक पुलिसिंग, कानून-व्यवस्था संचालन और व्यवहारिक पुलिसिंग के विभिन्न आयामों का प्रशिक्षण दिया गया। इसके बाद फील्ड ट्रेनिंग में इन्हें अलग-अलग जिलों में अनुभवी अधिकारियों के मार्गदर्शन में कार्य का व्यावहारिक अनुभव कराया गया। ट्रेनिंग के अंतिम चरण में इनके प्रदर्शन और क्षमता का मूल्यांकन किया गया। अब राज्य सरकार और पुलिस मुख्यालय ने इन अधिकारियों को स्वतंत्र रूप से सर्किल की कमान संभालने की जिम्मेदारी देते हुए पहली पोस्टिंग जारी कर दी है।
34 PPS अधिकारियों में शामिल 9 महिला अफसरों की नियुक्ति को पुलिस विभाग में बढ़ती लैंगिक भागीदारी और लैंगिक संतुलन के रूप में देखा जा रहा है। महिला अधिकारियों की तैनाती ऐसे समय में की जा रही है जब प्रदेश में महिलाओं से जुड़े अपराधों पर नियंत्रण और महिला सुरक्षा को मजबूत करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
महिला अफसरों से अपेक्षा है कि वे न केवल कानून-व्यवस्था में सख्ती दिखाएँगी बल्कि महिलाओं से संबंधित मामलों में अधिक संवेदनशील और प्रभावी दृष्टिकोण अपनाएँगी। विशेषज्ञों का मानना है कि महिला पुलिस अधिकारी समाज में पुलिसिंग के प्रति भरोसे को भी मजबूत करती हैं।
नए PPS अधिकारियों से प्रदेश सरकार को बड़ी उम्मीदें हैं। 2023 बैच के अधिकारियों को आधुनिक तकनीक, डिजिटल पुलिसिंग, साइबर इंटेलिजेंस और अपराध नियंत्रण के नए मॉड्यूल्स पर विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। उम्मीद की जा रही है कि ये युवा अधिकारी अपने कार्यक्षेत्र में:
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, इतने बड़े पैमाने पर एक साथ नई तैनातियों से पुलिस व्यवस्था में नई ऊर्जा का संचार होगा। उन्होंने कहा, “नए अधिकारियों का जोश और आधुनिक ट्रेनिंग, दोनों मिलकर जिलों की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करेंगे। प्रदेश के कई संवेदनशील जिलों में भी इन युवा अफसरों को तैनात किया जा रहा है जिससे अपराध नियंत्रण में सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।”
मसूरी और मुरादाबाद के प्रशिक्षण केंद्रों को देश के सर्वश्रेष्ठ पुलिस प्रशिक्षण संस्थानों में माना जाता है। प्रशिक्षण के दौरान इन अधिकारियों को-
जैसी महत्वपूर्ण शिक्षा दी गई। साथ ही इन्हें शारीरिक रूप से फिट रखने के लिए नियमित ड्रिल, फायरिंग अभ्यास और परेड की भी ट्रेनिंग कराई गई। यह माना जा रहा है कि यह बैच प्रशिक्षण के दौरान अत्यंत सक्रिय और तकनीक-समझ रखने वाला साबित हुआ है, इसलिए फील्ड में इनका प्रदर्शन बेहतर रहने की उम्मीद है।
PPS अधिकारी थानों और सर्किलों में कानून-व्यवस्था बनाए रखने की मुख्य जिम्मेदारी निभाते हैं। किसी भी जिले की पुलिसिंग का महत्वपूर्ण आधार CO स्तर पर ही तैयार होता है। इसलिए इन युवा अधिकारियों की पोस्टिंग को प्रदेश के पुलिस ढांचे में नई दिशा देने वाला कदम माना जा रहा है।
अधिकारी अब उन जिलों में जिम्मेदारी संभालेंगे जहा-
प्रदेश में लगातार हो रहे अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस विभाग नए PPS अधिकारियों से ज्यादा उम्मीद लगाए बैठा है। इन अधिकारियों की तैनाती से पुलिस विभाग में मानव संसाधन की कमी भी काफी हद तक पूरी होगी।
जैसे मामलों में इन अधिकारियों को नए दृष्टिकोण के साथ काम करना होगा। युवा अधिकारियों की नई सोच और तकनीक आधारित जांच-पड़ताल अपराधों की रोकथाम में सकारात्मक भूमिका निभाएगी।
हालांकि यह इन अधिकारियों की पहली पोस्टिंग है, लेकिन शुरुआती समय में इन्हें वरिष्ठ अधिकारियों का मार्गदर्शन मिलता रहेगा। जिला पुलिस प्रमुख और अनुभवी सहकर्मी इनके कार्य की समीक्षा करेंगे और आवश्यकता पड़ने पर दिशा-निर्देश भी देंगे। यह सहयोग इनके करियर की मजबूत शुरुआत के लिए बेहद महत्वपूर्ण होगा।
Published on:
16 Nov 2025 03:51 pm
