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यूपी में 34 नए PPS अफसरों की पहली तैनाती, 9 महिला अधिकारी भी जिम्मेदारी संभालेंगी

PPS Posting UP:   उत्तर प्रदेश में पुलिस विभाग ने बड़ा प्रशासनिक बदलाव करते हुए 34 नए PPS अधिकारियों की विभिन्न जिलों में पहली तैनाती कर दी है। मुरादाबाद और मसूरी में ट्रेनिंग पूरी करने के बाद ये अफसर अब डीएसपी/सीओ का पदभार संभालेंगे। तैनात अधिकारियों में 9 महिला अफसर भी शामिल हैं।

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लखनऊ

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Ritesh Singh

Nov 16, 2025

2023 बैच की पहली पोस्टिंग, ट्रेनी डीएसपी अब संभालेंगे जिम्मेदारी (फोटो सोर्स : Whatsapp News Group )

2023 बैच की पहली पोस्टिंग, ट्रेनी डीएसपी अब संभालेंगे जिम्मेदारी (फोटो सोर्स : Whatsapp News Group )

PPS Posting: उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग में बड़े पैमाने पर किए गए प्रशासनिक फेरबदल के तहत 34 नए प्रांतीय पुलिस सेवा (PPS) अधिकारियों को राज्य के विभिन्न जिलों में तैनाती दे दी गई है। यह तैनाती 2023 बैच के PPS अधिकारियों की है, जिन्होंने हाल ही में अपनी बुनियादी तथा फील्ड ट्रेनिंग पूरी की है। इन अधिकारियों को अब जनपदों में डीएसपी (डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस)/सीओ (सर्किल ऑफिसर) के पद पर कार्यभार सौंपा जाएगा। विशेष बात यह है कि तैनात किए गए अधिकारियों में 9 महिला अफसर भी शामिल हैं, जो आने वाले समय में विभिन्न जिलों में कानून-व्यवस्था की कमान मजबूत करेंगी।

ट्रेनी डीएसपी से अब पूर्ण जिम्मेदारी वाले अधिकारी

नए PPS अफसरों ने मुरादाबाद और मसूरी स्थित पुलिस प्रशिक्षण केंद्रों में अपनी कड़ी ट्रेनिंग पूरी की। इस ट्रेनिंग में उन्हें पुलिस प्रशासन, अपराध नियंत्रण, आधुनिक तकनीक, आपदा प्रबंधन, साइबर अपराध, सामुदायिक पुलिसिंग, कानून-व्यवस्था संचालन और व्यवहारिक पुलिसिंग के विभिन्न आयामों का प्रशिक्षण दिया गया। इसके बाद फील्ड ट्रेनिंग में इन्हें अलग-अलग जिलों में अनुभवी अधिकारियों के मार्गदर्शन में कार्य का व्यावहारिक अनुभव कराया गया। ट्रेनिंग के अंतिम चरण में इनके प्रदर्शन और क्षमता का मूल्यांकन किया गया। अब राज्य सरकार और पुलिस मुख्यालय ने इन अधिकारियों को स्वतंत्र रूप से सर्किल की कमान संभालने की जिम्मेदारी देते हुए पहली पोस्टिंग जारी कर दी है।

महिला PPS अधिकारियों की बढ़ती भूमिका

34 PPS अधिकारियों में शामिल 9 महिला अफसरों की नियुक्ति को पुलिस विभाग में बढ़ती लैंगिक भागीदारी और लैंगिक संतुलन के रूप में देखा जा रहा है। महिला अधिकारियों की तैनाती ऐसे समय में की जा रही है जब प्रदेश में महिलाओं से जुड़े अपराधों पर नियंत्रण और महिला सुरक्षा को मजबूत करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

महिला अफसरों से अपेक्षा है कि वे न केवल कानून-व्यवस्था में सख्ती दिखाएँगी बल्कि महिलाओं से संबंधित मामलों में अधिक संवेदनशील और प्रभावी दृष्टिकोण अपनाएँगी। विशेषज्ञों का मानना है कि महिला पुलिस अधिकारी समाज में पुलिसिंग के प्रति भरोसे को भी मजबूत करती हैं।

युवा अफसरों से अपेक्षाए बड़ी

नए PPS अधिकारियों से प्रदेश सरकार को बड़ी उम्मीदें हैं। 2023 बैच के अधिकारियों को आधुनिक तकनीक, डिजिटल पुलिसिंग, साइबर इंटेलिजेंस और अपराध नियंत्रण के नए मॉड्यूल्स पर विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। उम्मीद की जा रही है कि ये युवा अधिकारी अपने कार्यक्षेत्र में:

  • कानून-व्यवस्था को अधिक सख्ती और संवेदनशीलता से संभालेंगे
  • नई तकनीकों का बेहतर उपयोग करेंगे
  • अपराधियों पर प्रभावी कार्रवाई करेंगे
  • थानों में जनता से बेहतर व्यवहार सुनिश्चित करेंगे
  • सामुदायिक पुलिसिंग को बढ़ावा देंगे
  • महिला सुरक्षा और साइबर अपराध नियंत्रण पर विशेष ध्यान देंगे

प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था को नई मजबूती

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, इतने बड़े पैमाने पर एक साथ नई तैनातियों से पुलिस व्यवस्था में नई ऊर्जा का संचार होगा। उन्होंने कहा, “नए अधिकारियों का जोश और आधुनिक ट्रेनिंग, दोनों मिलकर जिलों की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करेंगे। प्रदेश के कई संवेदनशील जिलों में भी इन युवा अफसरों को तैनात किया जा रहा है जिससे अपराध नियंत्रण में सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।”

प्रशिक्षण केंद्रों में हुई कड़ी ट्रेनिंग

मसूरी और मुरादाबाद के प्रशिक्षण केंद्रों को देश के सर्वश्रेष्ठ पुलिस प्रशिक्षण संस्थानों में माना जाता है। प्रशिक्षण के दौरान इन अधिकारियों को-

  • फील्ड इंटेलिजेंस
  • भीड़ नियंत्रण
  • आतंकवाद-निरोधक मॉड्यूल
  • साइबर अपराध जांच
  • फॉरेंसिक साइंस
  • ट्रैफिक प्रबंधन
  • आर्म्ड पुलिस की तकनीक

कानूनी प्रावधानों की विस्तृत जानकारी

जैसी महत्वपूर्ण शिक्षा दी गई। साथ ही इन्हें शारीरिक रूप से फिट रखने के लिए नियमित ड्रिल, फायरिंग अभ्यास और परेड की भी ट्रेनिंग कराई गई। यह माना जा रहा है कि यह बैच प्रशिक्षण के दौरान अत्यंत सक्रिय और तकनीक-समझ रखने वाला साबित हुआ है, इसलिए फील्ड में इनका प्रदर्शन बेहतर रहने की उम्मीद है।

जिलों में तैनाती का महत्व

PPS अधिकारी थानों और सर्किलों में कानून-व्यवस्था बनाए रखने की मुख्य जिम्मेदारी निभाते हैं। किसी भी जिले की पुलिसिंग का महत्वपूर्ण आधार CO स्तर पर ही तैयार होता है। इसलिए इन युवा अधिकारियों की पोस्टिंग को प्रदेश के पुलिस ढांचे में नई दिशा देने वाला कदम माना जा रहा है।

अधिकारी अब उन जिलों में जिम्मेदारी संभालेंगे जहा-

  • अपराध नियंत्रण
  • महिला सुरक्षा
  • सड़क सुरक्षा
  • सामुदायिक पुलिसिंग
  • सार्वजनिक कार्यक्रमों में सुरक्षा प्रबंधन
  • अपराधियों पर कार्रवाई
  • जैसे महत्वपूर्ण कार्य उन्हें सौंपे जाएंगे।

अपराध नियंत्रण रणनीति पर होगा असर

प्रदेश में लगातार हो रहे अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस विभाग नए PPS अधिकारियों से ज्यादा उम्मीद लगाए बैठा है। इन अधिकारियों की तैनाती से पुलिस विभाग में मानव संसाधन की कमी भी काफी हद तक पूरी होगी।

  • विशेष रूप से-
  • साइबर अपराध
  • मादक पदार्थों की तस्करी
  • महिलाओं पर होने वाले अपराध
  • भूमि विवाद
  • संगठित अपराध

जैसे मामलों में इन अधिकारियों को नए दृष्टिकोण के साथ काम करना होगा। युवा अधिकारियों की नई सोच और तकनीक आधारित जांच-पड़ताल अपराधों की रोकथाम में सकारात्मक भूमिका निभाएगी।

वरिष्ठ अधिकारियों का मार्गदर्शन रहेगा महत्वपूर्ण

हालांकि यह इन अधिकारियों की पहली पोस्टिंग है, लेकिन शुरुआती समय में इन्हें वरिष्ठ अधिकारियों का मार्गदर्शन मिलता रहेगा। जिला पुलिस प्रमुख और अनुभवी सहकर्मी इनके कार्य की समीक्षा करेंगे और आवश्यकता पड़ने पर दिशा-निर्देश भी देंगे। यह सहयोग इनके करियर की मजबूत शुरुआत के लिए बेहद महत्वपूर्ण होगा।


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