Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का बयान, प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा मार्ग के शराब ठेकों को बंद कराने का मामला, सात गिरफ्तार

Vrindavan liquor shop मथुरा वृंदावन में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने शराब ठेकों के खिलाफ बयान क्या दिया? कुछ युवक बंद कराने के लिए पहुंच गए। अब पुलिस इनके खिलाफ कार्रवाई कर रही है। अब तक सात को गिरफ्तार कर लिया गया है। ये शराब ठेके प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा मार्ग पर पड़ते हैं। ‌

2 min read
Google source verification
प्रेमानंद महाराज और धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (फोटो सोर्स- एक्स प्रेमानंद महाराज)

फोटो सोर्स- एक्स प्रेमानंद महाराज

liquor shop in Mathura Vrindavan मथुरा के वृंदावन में शराब की दुकान जबरदस्ती बंद करने के मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। गिरफ्तार सभी युवक गैर जनपद और राज्य के रहने वाले हैं। सनातन हिंदू एकता पदयात्रा की समाप्ति पर बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा था कि एक साल के अंदर प्रेमानंद महाराज के पदयात्रा मार्ग में पड़ने वाले शराब ठेकों को बंद करा दिया जाए। लेकिन अति उत्साही युवक तुरंत ही शराब दुकानों को बंद कराने के लिए पहुंच गए। यह दुकान सुनरख तिराहा में स्थित है। पास में ही वृंदावन का प्रसिद्ध प्रेम मंदिर है।

पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने शराब दुकानों के खिलाफ दिया था बयान

उत्तर प्रदेश के मथुरा के वृंदावन में सनातन हिंदू एकता पदयात्रा के समापन के अवसर पर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने शराब दुकानों के खिलाफ बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि प्रेमानंद महाराज के पदयात्रा मार्ग पर पड़ने वाली शराब की दुकानों को 1 साल के अंदर बंद कर दिया जाए। धीरेंद्र शास्त्री की अपील पर अति उत्साही युवक तुरंत शराब ठेका बंद कराने के लिए पहुंच गए। उन्होंने ठेके में काम करने वाले सेल्समेन और ग्राहकों के साथ गाली गलौज की।

गाली गलौज और जान से मारने की धमकी का आरोप

युवकों ने शटर गिराकर सभी को अंदर बंद कर दिया। जबकि खरीदारी करने आए लोगों को गाली देते हुए जान से मारने की धमकी दी। पुलिस की विज्ञप्ति के अनुसार इस दौरान तीन दुकानें करीब एक घंटा बंद रहीं। दुकान बंद होने के कारण 50 हजार रुपए राजस्व का नुकसान हुआ। मिली तहरीर के आधार पर पुलिस ने पांच नामजद और 10-15 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।

इन्हें किया गया गिरफ्तार

शराब ठेका जबरदस्ती बंद कराने के मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पांच को गिरफ्तार किया है। जिनमें युधिष्ठिर पुत्र भागीरथ सिंह निवासी सिवाया थाना धौलाना हापुड़, अमित कुमार पुत्र राम किशोर उपाध्याय निवासी नीलगिरी अपार्टमेंट द्वारिका मोड़ थाना मोहनगढ़ जिला पश्चिमी दिल्ली, अभिषेक पुत्र विजय बहादुर सिंह निवासी गामड़ी चौथापुस्ता उस्मानपुर जिला पूर्वी दिल्ली, दक्ष उर्फ दीपक पुत्र राधेश्याम निवासी शास्त्री पार्क थाना उस्मानपुर जिला पूर्वी दिल्ली और दुर्योधन उर्फ विशाल सिसौदिया पुत्र संतोष कुमार निवासी दादोपुर खटाना थाना जरचा जिला गौतम बुद्ध नगर शामिल है। शिब्बू और कपिल को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।

क्या कहते हैं क्षेत्राधिकारी नगर?

क्षेत्राधिकारी नगर ने बताया कि बीते 17 नवंबर को शराब की दुकान को जबरन बंद कराने का मामला सामने आया था। इस मामले में पांच नामजद और 10 से 15 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया, जिनमें से दो को पहले ही गिरफ्तार किया गया था। आज नामजद और अज्ञात लोगों में से पांच को गिरफ्तार कर लिया गया है। जिनमें युधिष्ठिर, अमित, अभिषेक, दक्ष और दुर्योधन शामिल है। जिनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।