
मुस्कान और साहिल की फोटो सोर्स पत्रिका
Meerut Drum Saurabh Rajput Murder Case: मेरठ में आठ महीने पहले हुए सौरभ हत्याकांड की गूंज अभी तक शांत नहीं हुई है। हत्या का आरोप उनकी पत्नी मुस्कान पर है। मामला इतना चर्चित रहा कि आज भी स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर डर बैठा हुआ है। इसी वजह से मुस्कान के माता-पिता इंदिरानगर स्थित अपना दो मंजिला मकान बेचना चाहते हैं। लेकिन कोई खरीददार तैयार नहीं हो रहा।
बीते 4 नवंबर को घर के बाहर “बिकाऊ है का पोस्टर लगा था। लेकिन 16 दिनों में केवल चार-पांच लोग ही मकान देखने पहुंचे। किसी ने खरीदने का मन नहीं बनाया। स्थानीय लोगों के बीच तीन कारण सबसे ज्यादा चर्चा में हैं। मुस्कान द्वारा पति की हत्या की कहानी से लोगों में अभी भी खौफ पैदा कर रखा है।
कई लोग मान रहे हैं कि इस घर से विवाद और बदनामी जुड़ चुकी है। इसलिए इसे शुभ नहीं समझते। घर की कीमत आसपास के बाजार भाव से काफी अधिक रखी गई है। मकान की कीमत 75 लाख बताई गई है। पहले कीमत 84 लाख रुपये रखी गई थी। लेकिन ग्राहकों की कमी के कारण इसे घटाया गया। पोस्टर तीन दिन में हटा लिया गया। हालांकि परिजनों ने कुछ प्रॉपर्टी डीलरों को चुपचाप घर बेचने की जिम्मेदारी दे रखी है।
यह घर ब्रह्मपुरी के इंदिरा नगर में कॉर्नर पर स्थित है। 100 गज क्षेत्रफल में बना यह मकान उत्तर-पश्चिम मुख वाला है। ग्राउंड फ्लोर पर दुकान, एक कमरा, किचन, वॉशरूम और गलियारा है। पहली मंजिल पर कमरे और लॉबी बने हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि मकान मुस्कान के पिता प्रमोद रस्तोगी ने खुद बनवाया था। और निर्माण में कोई कमी नहीं छोड़ी गई। मकान के नीचे पहले एक ज्वैलर्स” का बोर्ड लगा था। अब दुकान के शीशे पर ट्यूशन सेंटर का बोर्ड दिखता है। घर में मुस्कान के पिता, मां, छोटा भाई-बहन और मुस्कान-सौरभ की बेटी पीहू रह रही है।
पड़ोसियों के अनुसार, प्रमोद रस्तोगी ने यह मकान लगभग तीन साल पहले खरीदा था। और दो वर्ष पहले इसे नए सिरे से रेनोवेट कराया था। कॉर्नर लोकेशन और नीचे दुकान होने के कारण इसे पहले कमर्शियल कैटेगरी में बताकर ऊंची कीमत रखी गई थी। लेकिन ब्रह्मपुरी में प्रॉपर्टी का बाजार भाव करीब 50 हजार प्रति गज है। जबकि सरकारी सर्किल रेट 20 हजार है। ऐसे में मुस्कान के घर की मांगी गई कीमत दोनों ही मानकों की तुलना में काफी अधिक मानी जा रही है।
प्रॉपर्टी डीलरों का कहना है कि यही वजह है कि खरीदार पास आने से भी झिझक रहे हैं। पड़ोसी बताते हैं कि कई लोग यह भी सोचते हैं। कि कहीं बाद में सौरभ के परिवार का किसी तरह का दावा न आ जाए। इसलिए लोग सुरक्षित समझकर पीछे हट जाते हैं।
सौरभ राजपूत मर्चेंट नेवी में थे। अधिकतर समय विदेश में रहते थे। 2016 में मेरठ में छुट्टियों के दौरान उनकी मुस्कान रस्तोगी से मुलाकात हुई। दोनों एक-दूसरे को पसंद करने लगे। जब शादी की बात सामने आई तो सौरभ के परिवार ने इसका विरोध किया। इसके बावजूद सौरभ ने घरवालों के खिलाफ जाकर मुस्कान के साथ लव मैरिज की। इसके बाद परिवार ने उन्हें संपत्ति से अलग कर दिया। शादी के बाद दोनों इंदिरानगर में किराए पर रहने लगे। उनकी बेटी पीहू अब सेकंड क्लास में पढ़ती है।
2019 में मुस्कान की मुलाकात स्कूल के बाहर साहिल शुक्ला से हुई। बातचीत बढ़ी और दोनों के बीच संबंध बन गए। 2022 तक ये रिश्ता चलता रहा। सौरभ विदेश में रहते, और मुस्कान ज्यादा समय साहिल के साथ बिताती। बाद में साहिल ने तलाक लेकर शादी करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया।
24 फरवरी को सौरभ मुस्कान का जन्मदिन मनाने मेरठ लौटे थे। मुस्कान ने उसी रात खाने में नशीला पदार्थ मिलाया। सौरभ गहरी नींद में चला गया। तभी मुस्कान ने साहिल को बुलाया। मुस्कान ने सो रहे सौरभ के सीने में चाकू से वार किया। दोनों ने शव को बाथरूम में खींचकर ले गए। और चार हिस्सों में काट दिया। बाद में बड़ी क्षमता वाला प्लास्टिक ड्रम लाकर शरीर के टुकड़े उसमें डालकर छिपा दिए। मामला सामने आने के बाद काफी दिनों तक मीडिया की सुर्खियों में रहा। नीले ड्रम के मुस्कान की कहानी प्रदेश ही नहीं देशभर में चर्चा का विषय रही है।
Updated on:
21 Nov 2025 01:06 pm
Published on:
21 Nov 2025 12:49 pm
