Tanu Tyagi gold medal computer science: बेटियां आज सिर्फ अपने मायके ही नहीं बल्कि ससुराल का मान-सम्मान भी बढ़ा रही हैं। इसी का जीता-जागता उदाहरण हैं गाजियाबाद की मूल निवासी और मेरठ से एमटेक की पढ़ाई करने वाली तनु त्यागी, जिन्होंने प्रदेश स्तर पर टॉप कर यह साबित कर दिया कि बेटियां हर क्षेत्र में नई ऊंचाइयां छू सकती हैं। विवाह के बाद लाहौरगढ़ गांव की बहू बनीं तनु ने न केवल अपने परिवार का बल्कि पूरे गांव का नाम ऊंचा किया है।
मेरठ स्थित एमआईईटी कॉलेज से एमटेक (कंप्यूटर साइंस) की पढ़ाई करने वाली तनु त्यागी ने डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश की परास्नातक परीक्षा में शानदार सफलता प्राप्त की। उन्होंने 10 में से 9.34 सीजीपीए हासिल कर पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया और कंप्यूटर साइंस विषय में गोल्ड मेडल अपने नाम किया। यह उपलब्धि उनके कठिन परिश्रम और लगन का परिणाम है, जिसने उन्हें राज्य स्तरीय सम्मान दिलाया।
तनु त्यागी की इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने स्वयं लखनऊ के लोकभवन में आयोजित भव्य समारोह में उन्हें मेडल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। सम्मान ग्रहण करते समय तनु के चेहरे की खुशी पूरे परिवार के लिए गर्व का विषय बन गई। इस सम्मान समारोह ने तनु को प्रदेश की उन बेटियों की सूची में शामिल कर दिया है, जो शिक्षा और मेहनत के दम पर समाज में प्रेरणा का स्रोत बनी हैं।
तनु त्यागी की सफलता से उनके ससुराल और मायके दोनों ओर खुशी की लहर दौड़ गई। गांव लाहौरगढ़ में तो मानो उत्सव का माहौल है। परिवार के सदस्यों का कहना है कि यह उपलब्धि केवल तनु की नहीं बल्कि पूरे गांव की जीत है। उनके ससुर ने भावुक होकर कहा कि “हमारी बहू ने हमारे सपनों को साकार कर दिया है। आज सच में लगता है कि बेटियां किसी से कम नहीं होतीं।”
तनु त्यागी की उपलब्धि ने यह संदेश दिया है कि सही मार्गदर्शन, मेहनत और हौसले से बेटियां समाज में किसी भी मुकाम तक पहुंच सकती हैं। उनकी यह कामयाबी आने वाली पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा है कि शिक्षा ही जीवन की सच्ची शक्ति है और बेटियां भी घर और समाज दोनों का नाम ऊंचा करने की क्षमता रखती हैं।
Published on:
09 Sept 2025 06:07 pm