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UP Rains: मौसम विभाग की चेतावनी! 25 से 30 सितंबर तक यूपी के इन हिस्सों में गरज-चमक के साथ बारिश का अलर्ट

UP Rains: दशहरा से पहले यूपी में बारिश (UP Rains) का अलर्ट जारी किया गया है। 25 से 30 सितंबर तक पूर्वी और पश्चिमी जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारे पड़ने की संभावना।

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Rains: मौसम विभाग की चेतावनी! Image Source - Pinterest

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UP Rains alert 25 to 30 September: उत्तर प्रदेश में कुछ दिनों से मौसम साफ रहने के बाद अब एक बार फिर से बारिश (UP Rains) होने की संभावना जताई जा रही है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, 25 से 30 सितंबर तक राज्य के अधिकांश हिस्सों में बादल बरस सकते हैं। लखनऊ स्थित मौसम विभाग ने कई जिलों में येलो अलर्ट भी जारी किया है, ताकि लोग अपने रोजमर्रा के कामों और खेती-बाड़ी में सतर्क रहें।

मेघगर्जन और वज्रपात का खतरा

मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, 24 सितंबर को यूपी में येलो अलर्ट जारी किया गया। कई जिलों में गरज के साथ वज्रपात की संभावना जताई गई है। इसके अलावा 25 सितंबर को भी बारिश होने की संभावना है। वहीं, 26 से 30 सितंबर तक पूरे यूपी में गरज-चमक के साथ बौछारे पड़ने की संभावना है। विशेष रूप से मुरादाबाद, अमरोहा, संभल, रामपुर, बिजनौर जिलों में येलो अलर्ट जारी है।

बचे हुए जिलों में भी बारिश (UP Rains) का असर

पूर्वी यूपी के अलावा बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, महराजगंज, कुशीनगर, प्रतापगढ़, जौनपुर और सोनभद्र में भी बारिश (UP Rains) की संभावना है। मौसम के इस बदलाव से किसानों और आम जनता को अपने कार्यों और खेती-बाड़ी में सावधानी बरतनी होगी।

पिछले 24 घंटों में तापमान की स्थिति

मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में यूपी के उच्चतम तापमान की बात करें तो उरई पहले नंबर पर है, जहां अधिकतम तापमान 37.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कानपुर में 37.1, बहराइच में 36.6, लखनऊ में 36.4 और वाराणसी में 36.2 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा।

नदियों का घटा जलस्तर, बाढ़ की आशंका कम

पिछले पांच दिनों से बारिश (UP Rains) नहीं होने से नदियों और नालों का जलस्तर कम हो गया है। रोहिन त्रिमुहानी को छोड़कर अधिकांश नदियां और नाले खतरे के तल से नीचे बह रहे हैं। हालांकि, महाव नाला अभी भी अपने खतरे के तल पांच फीट ऊपर बह रहा है। इससे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में किसानों की चिंता थोड़ी कम हुई है।

गंडक और राप्ती नदियों से छोड़ा गया पानी

पानी के कम होने के कारण सोमवार को गंडक नदी से 88,300 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, जबकि मंगलवार को केवल 65,000 क्यूसेक ही पानी छोड़ा गया। रोहिन त्रिमुहानी का खतरे का तल 82.44 मीटर है। सोमवार को यह 83.300 मीटर पर बह रही थी, जबकि मंगलवार को 83.140 मीटर पर बह रही थी। इसी तरह, राप्ती रिगौली का खतरे का तल 80.30 मीटर है। सोमवार को यह 79.670 मीटर पर बह रही थी, जबकि मंगलवार को 79.470 मीटर पर बह रही थी।


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