मुरैना. केंद्र सरकार एक तरफ स्वच्छ भारत अभियान के लिए राज्यों को करोङ़ों रुपए की सहायता उपलब्ध कराती है। वहीं उसके विपरीत अंबाह नगरपालिका देश के महत्वाकांक्षी अभियानों का मजाक बनाती नजर आ रही है। स्वच्छता का पाठ पढ़ाने वाले नगरपालिका के कर्मचारी ही अभियान को पलीता लगाते नजर आ रहे हैं। कस्बे के रेतपुरा पुराना थाना के सडक़ किनारे को नपा कर्मचारियों ने डंपिग यार्ड बना लिया है। यहां रोजाना बड़ी मात्रा में कचरा और गंदगी फेंकी जा रही है। नियमित उठाव नहीं होने से यह समस्या गंभीर हो गई है। इसके साथ ही कचरे को उठाने की जगह नपाकर्मी वही जला रहे हैं। जिसका संक्रमित धुआं लोगों के घरों में जा रहा हैं। वहीं मॉर्निंग वाक करने वालों के लिए परेशानी बना हुआ है।
शहर में सडांध और अस्वच्छता का वातावरण बने रहने से स्थानीयजनों का जीना मुहाल हो गया है। स्थानीयजन इस अस्थाई डंपिग यार्ड की सफाई करवाए जाने की मांग कर रहे हैं। लेकिन सुनवाई नहीं की जा रही है। रेतपुरा में कूड़े के ढेर से रहवासियों में नगर परिषद प्रशासन के खिलाफ नाराजग़ी हैं। वहीं, कचरे को नष्ट करने के लिए नगर परिषद के कर्मचारी उसमें आग लगा देते हैं, जिससे इलाके में हमेशा धुंआ बना रहता है जो हवा को प्रदूषित करता है। लोगों का कहना है कि नगर परिषद यहां कचरा डालना बंद करे, नहीं तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
मंदिर आने वाले लोग दुर्गंध से परेशान
रहवासी मनोज शर्मा ने बताया कि जिस स्थान पर बड़ी मात्रा में गंदगी का अंबार लगा हुआ है, ठीक उसके सामने पास ही हमारा घर बना हैं। वहीं मंदिर जाने का मुख्य रास्ता है, गंदगी से बुरा हाल हैं। साथ ही रात के समय कचरा, गंदगी, बचा हुआ भोजन और मरे हुए जानवर तक लाकर फेंक देते हैं। कई दिनों से इस गंदगी का उठाव नहीं होने से गंदगी सडऩे से दुर्गंध आने लगी है। हवा चलने पर वार्ड 06 का वातावरण प्रदूषित रहता है। पैदल स्कूल जाने वाले बच्चों पर भी इसका विपरीत प्रभाव पड़ रहा है।
शहर में मुख्य रास्ते पर ही डाल रहे गंदगी कचरा
कस्बे में नगर परिषद प्रशासन की अनदेखी के चलते कचरा पात्र रखने और उचित स्थान चिह्नित नहीं करने के कारण आम रास्तों पर गंदा बदबूदार कचरा खुले में डाला जा रहा है। आवारा जानवर इस कचरे को आम रास्ते में फैला देते हैं। यह मंदिर और एसडीओपी कार्यालय जाने का भी मार्ग हैं। जिससे आने जाने वाले लोगों सहित मंदिर के लिए जाने दर्शनार्थियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
ये कहना हैं लोगों का
शहर का रिहायशी इलाका रेतपुरा जहां कभी साफ सुथरा वातावरण था। वहां नपा के अधिकारियों की लापरवाही के चलते गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। रिहायशी इलाका डंपिंग यार्ड बन चुका है। कचरा डालने के बाद सफाई कर्मी इसे उठाना भूल जाते हैं। इससे लगातार बदबू आती रहती है।
कई दिनों से कचरा वाहन और जेसीबी मशीन वार्ड में पहुंचाए जाने की मांग कर रहे हैं। नगर पालिका कर्मचारी, सीएमओ और अध्यक्ष हमारी सुनते नहीं। हमारे वार्ड को कचरा घर बना दिया हैं।
नपा कर्मचारियों को रेतपुरा में डंपिंग यार्ड बनाने के लिए मना किया था। अगर किसी कर्मचारी द्वारा कचरा जलाया जा रहा है तो उस पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। नपा स्वच्छता कर्मियों को निर्देशित करते हैं कि रेतपुरा में कचड़ा डंप ना करें। कचरे को रोज की रोज वहां से उठाएं।
मुरैना शहर के बीचों बीच जीवाजी गंज में पार्क के बगल से बुधवार की सुबह सफाई कर्मचारियों ने कचरे को उठाया नहीं बल्कि वहीं पर उसमें आग लगा दी। जिससे वहां खड़े पेड़ के पत्ते व खंभे पर लटके बिजली के तार झुलस गए और काफी समय तक जहरीला धुंआ उठने से पार्क में मार्निंग वाक कर रहे लोगों को काफी परेशान का सामना करना पड़ा।
Published on:
16 Oct 2025 04:42 pm
बड़ी खबरें
View Allमुरैना
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग