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युवाओं ने 12 घंटे में तय किया सोरों से कीचौल तक 270 किमी का सफर

डाक कांवड़: आस्था और युवाओं के जोश का, गंगाजल से किया भोले बाबा का अभिषेक, क्षेत्र में डांक कांवड़ को लेकर युवाओं में उत्साह

मुरैना. सोरों घाट से पवित्र गंगाजल लेकर कावड़ उठाई, महादेव पर गंगाजल से अभिषेक किया। धार्मिक यात्रा (कांवड़ यात्रा) अब अपनी पहचान डाक कांवड़ (दौड़ कांवड़) के रूप में बना रही है। साल दर साल खासतौर से युवाओं में डाक कांवड़ का क्रेेज बढ़ रहा है। इसके पीछे युवाओं का मानना है कि भक्ति के साथ-साथ सेहत भी इससे दुरुस्त रहती है।

पोरसा विकासखंड के कीचौल गांव के युवाओं ने सोरों घाट से पवित्र गंगाजल लाकर 270 किमी की दूरी दौडकऱ 12 घंटे में पूरी करके डाक कांवड़ से गांव में स्थित महादेव बाबा के मंदिर पर जलाभिषेक किया। युवाओं ने बताया कि डाक कांवड़ लाने के लिए करीब एक माह पहले दौडऩे का अभ्यास शुरू कर देते हैं। इसलिए डांक कांवड़ 12 घंटे में लेकर आए। शिव चौदस पर युवाओं के द्वारा डाक कावड़ सोरों उत्तरप्रदेश से कीचौल पोरसा लेकर आए गांव में स्थित महादेव मंदिर पर चढ़ाई।

ये युवा लाए डांक कांवड़

ग्राम पंचायत कीचौल के सहायक सचिव अमित तोमर, बंटू तोमर, सुनील तोमर, श्याम तोमर, विकास तोमर, विकास तोमर श्यामलखन तोमर, मानव तोमर, नीरज बघेल, लवकुश बघेल, सोनू बघेल, कल्ले बघेल, कल्लू तोमर, बंटू तोमर, हरेंद्र तोमर, अनुज तोमर, गोलू राजावत, विक्की तोमर, निहाल तोमर, राहुल तोमर, विशाल तोमर, छोटू तोमर, सचिन तोमर, पंकज तोमर, लवली तोमर, करुण तोमर, बिट्टू भदोरिया, विष्णु तोमर, रवि तोमर, सूरज तोमर, आशीष तोमर, अमित सिकरवार, अभिषेक तोमर, सनी बघेल आदि टीम में शामिल रहे।

क्या होती है डाक कांवड़

डाक कांवड़ में जब एक बार कांवड़ या बहंगी उठा लिया जाता है तो उसे लेकर उन्हें लगातार चलते ही रहना होता है। कांवडिय़ों को एक समय सीमा के अंदर ही निश्चित शिवालय में जलाभिषेक भी करना होता है। यात्रा के समय मल मूत्र तक नहीं किया जाता हैं। डाक कांवड़ में नियमों की अवहेलना से यात्रा खंडित हो जाती हैं।

14 किमी दौड़ता है एक शिवभक्त

दल में जो सौरों घाट से गंगाजल लेने के बाद बारी-बारी से दौड़ लगाकर मंजिल की ओर रवाना होते हैं। एक शिवभक्त के हिस्से में करीब 14 किलोमीटर की दौड़ आती है। दौड़ते समय जल को एक साथी दूसरे को सौंपता हैं। इस दौरान ध्यान रखा जाता है कि वह खंडित न हो। अन्य साथी चार पहिया व दो पहिया वाहन से साथ चलते हैं।