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‘राहुल गांधी को विदेशी मां की औलाद बताने वाले नेता की BSP में 8 सालों बाद वापसी; मायावती ने सौंपी बड़ी जिम्मेदारी

UP Politics: राहुल गांधी को विदेशी मां की औलाद बताने वाले नेता की BSP में 8 सालों बाद वापसी हो गई है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने उन्हें बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है।

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jay prakash singh who made statement regarding rahul gandhi returns to bsp

BSP में 8 सालों बाद जय प्रकाश सिंह की वापसी। फोटो सोर्स- पत्रिका न्यूज

UP Politics: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2027 की तैयारियों को लेकर राजनीतिक दल सक्रिय नजर आ रहे हैं। बहुजन समाज पार्टी (BSP) भी आगामी 2027 के विधानसभा चुनाव को लेकर एक्टिव नजर आ रही है।

जय प्रकाश सिंह की BSP में वापसी

हाल ही में BSP सुप्रीमो मायावती ने लखनऊ में एक विशाल रैली आयोजित कर अपनी राजनीतिक ताकत का जोरदार प्रदर्शन किया। इस रणनीति के तहत BSP ने अपने पुराने और प्रभावशाली नेताओं को फिर से पार्टी में शामिल करने की कवायद शुरू कर दी है। इसी कड़ी में पार्टी के पूर्व वरिष्ठ नेता जय प्रकाश सिंह की BSP में वापसी हो गई है।

जय प्रकाश सिंह ने मायावती का जताया आभार

BSP में वापसी के बाद मायावती ने जय प्रकाश सिंह को उड़ीसा और पश्चिम बंगाल का प्रभारी नियुक्त किया है। एक निजी मीडिया संस्थान से बातचीत में जय प्रकाश सिंह ने कहा कि दिल्ली में मायावती से उनकी मुलाकात हुई थी। जिसके बाद यह जिम्मेदारी उन्हें सौंपी गई। उन्होंने कहा कि बहन जी ने उन्हें बताया कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं और संगठन को मजबूत करना जरूरी है। जय प्रकाश सिंह ने मायावती का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वह उन्हें फिर से मौका देने के लिए शुक्रगुजार हैं।

क्यों किया गया था जय प्रकाश सिंह को बसपा से निष्कासित

गौरतलब है कि जय प्रकाश सिंह को साल 2018 में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के खिलाफ विवादित बयान देने के बाद BSP से निष्कासित कर दिया गया था। उन्होंने उस समय राहुल गांधी को विदेशी मां (सोनिया गांधी) की औलाद कहकर टिप्पणी की थी। जिसके बाद BSP सुप्रीमो मायावती ने कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया। उस वक्त मायावती ने यह भी आरोप लगाया था कि जय प्रकाश सिंह उनके नाम का इस्तेमाल कर लोगों से चंदा वसूल रहे थे।

मायावती की अक्टूबर के महीने में 4 बड़ी बैठकें

बता दें कि मायावती लगातार कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें कर संगठन को मजबूत कर रही हैं। अक्टूबर के महीने में मायावती ने 4 बड़ी बैठकें कार्यकर्ताओं के साथ की। दलित समाज से जुड़े कार्यक्रम का आयोजन 9 अक्टूबर को हुआ था। इसके बाद यूपी-उत्तराखंड और राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठकें 16 और 19 अक्टूबर को हुईं। इसके बाद 29 अक्टूबर को मुस्लिम भाईचारा कमेटी की बैठक का आयोजन हुआ।