खस्ताहाल सड़क ने समय पर अस्पताल पहुंचने नहीं दिया
- एम्बुलेंस में तड़पती रही प्रसव पीड़ित महिला, रास्ते में ही हुई डिलीवरी -
-वर्षों से बदहाल सडक़ पर नहीं हुई कोई कार्रवाई, ग्रामीणों में भारी आक्रोश
नावांशहर. डीडवाना जिले के नावां उपखण्ड क्षेत्र में नावांं से खाखड़की के बीच मात्र 12 किलोमीटर की दूरी एक मासूम के जीवन का अंत बन गई। प्रसव पीड़ा से जूझ रही महिला को समय पर अस्पताल नहीं पहुंचाया जा सका क्योंकि रास्ते की हालत बेहद खराब थी। नतीजतन, महिला ने एम्बुलेंस में ही बच्चे को जन्म दिया, लेकिन जन्म के कुछ देर बाद ही नवजात की मौत हो गई। यह दर्दनाक हादसा न केवल एक परिवार के लिए त्रासदी बनकर सामने आया, बल्कि क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं की बदहाली को भी उजागर कर गया। सवाल यह है कि जब हर बार विकास के दावे किए जाते हैं, तो उस मां की चीखें किस सरकार और किस प्रशासन तक नहीं पहुंचीं? यह सिर्फ एक नवजात की मौत नहीं, सिस्टम की असंवेदनशीलता की वो सजा है, जो एक परिवार को उसकी पूरी जिंदगी तक दर्द दे जाएगी।
ग्रामीणों का कहना है कि खाखड़की मार्ग वर्षों से जर्जर हालत में है। इस 12 किलोमीटर लंबे रास्ते में इतने गड्ढे हैं कि वाहन चलाना मुश्किल हो गया है। बारिश के दिनों में यह मार्ग और भी जानलेवा हो जाता है। गांव के प्रभुराम बुगालिया ने बताया कि कई बार प्रशासन से इस मार्ग की मरम्मत के लिए गुहार लगाई गई, लेकिन हर बार केवल आश्वासन ही मिले।
एम्बुलेंस में हुआ प्रसव, लेकिन नवजात को नहीं मिल सकी जिंदगी
नर्सिंगकर्मी ललित कुमार ने बताया कि महिला दीपी उर्फ विमला देवी पत्नी रमेश कुमार को प्रसव पीड़ा हो रही थी। सूचना मिलते ही एम्बुलेंस रवाना हुई, लेकिन कुछ ही किलोमीटर आगे बढ़ने पर सड़क की हालत इतनी खराब मिली कि झटकों के कारण पीड़ा अत्यधिक बढ़ गई। इस स्थिति में एम्बुलेंस चालक मदनलाल को वाहन रोकना पड़ा और मजबूरी में रास्ते में ही डिलीवरी करानी पड़ी। महिला ने सांभर झील के पास एम्बुलेंस में ही एक पुत्र को जन्म दिया। नवजात का जन्म सकुशल हुआ, लेकिन हालत गंभीर होने के चलते उसे नावां उपजिला चिकित्सालय लाया गया, जहां से उसे कुचामन रैफर कर दिया गया। पिता रमेश कुमार ने बताया कि कुचामन पहुंचने पर चिकित्सकों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया।
स्थानीय प्रशासन के दावे हुए फेल
यह घटना प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े करती है। एम्बुलेंस चालकों का कहना है कि इस तरह की सड़कों पर मरीजों को सुरक्षित अस्पताल पहुंचाना बेहद मुश्किल हो गया है। स्थानीय लोगों की मांग है कि खाखड़की मार्ग की तत्काल मरम्मत कर क्षेत्र को इस तरह की त्रासदी से बचाया जाए। ग्रामीणों ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र ही सड़क की मरम्मत नहीं की गई तो वे बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेंगे। लोगों का कहना है कि यह सिर्फ एक परिवार की नहीं, पूरे क्षेत्र की समस्या है, जिसे अब और नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
इनका कहना है
नावां से खाखडक़ी मार्ग अत्यंत खराब है, जिसके कारण महिला के प्रसव पीड़ा हुई तो एम्बुलेंस को बुलाया गया। गड्ढों के कारण महिला को रास्ते में काफी तकलीफ हुई, यह संभव है। उसके बाद आने में काफी समय भी लगा तो स्थिति गंभीर लगी और रैफर किया गया। ऐसे मामलों में समय पर चिकित्सालय लाना जरूरी हो जाता है, ऐसी घटना बहुत ही मार्मिक व दु:खप्रद है।
गोपाल ढाका, स्त्रीरोग विशेषज्ञ, उपजिला चिकित्सालय नावां शहर।
इस मार्ग को लेकर पहले भी शिकायत आ चुकी है। इस प्रकरण को देखते हुए जल्द भी पीडब्ल्यूडी को पत्र लिखा जाएगा। इसके साथ ही अन्य भी कोई निर्णय लेना होगा वह जरूर लेंगे, जो जरूरी भी है।
दिव्या सोनी, एसडीएम नावां शहर।
Published on:
08 Aug 2025 02:15 pm