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Rajasthan : मकान मालिक ने इस तकनीक से पुराने मकान को ही पांच फीट ऊंचा उठा दिया, इतना आया खर्चा

मौलासर कस्बे के गंवाई कुएं से सटे एक रहवासी भवन को आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए करीब पांच फीट ऊपर नई नींव पर उठाया गया।

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जैक लगाकर ऊंचा उठाया गया मकान। फोटो पत्रिका

नागौर। मौलासर कस्बे के गंवाई कुएं से सटे एक रहवासी भवन को आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए करीब पांच फीट ऊपर नई नींव पर उठाया गया। जैक और ट्रेक प्रणाली के माध्यम से इस भवन को ऊंचा करने का इलाके में यह पहला मामला बताया जा रहा है। कस्बे में यह भवन पांच फीट तक ऊंचा उठते देख स्थानीय लोग भी हैरान हैं और प्रतिदिन यहां कार्य को देखने लोगों की भीड़ जुटती है।

एक महीन में मिली सफलता

मुख्य गवांई चौक के पास स्थित लगभग 1500 स्क्वायर फीट क्षेत्रफल वाले इस दो मंजिला रहवासी भवन को हाइड्रोलिक जैक और ट्रेक की मदद से पांच फीट ऊंचा किया गया। यह प्रक्रिया लगभग एक महीने से अधिक समय तक चली, इस प्रक्रिया में भवन मालिक को करीब 15 लाख रुपए का खर्च आया है। भवन के मालिक धन्नालाल सहल ने बताया कि उन्होंने करीब 22 साल पहले यह भवन बनवाया था। जब कस्बे में नया मार्ग बना तब से यहां जलभराव की समस्या होने लगी। बारिश के दौरान मकान में पानी भर जाता था। इस समस्या के निराकरण के लिए आधुनिक तकनीक का सहारा लिया।

ऐसे उठाया गया ऊपर

  • काम में जुटे दो इंजीनियर और एक दर्जन मजदूर।
  • मकान के चारों तरफ दो-दो फीट तक खुदाई की।
  • मकान के नीचे हाइड्रोलिक जैक लगाने के बाद नई नींव तैयार की।
  • मकान को धीरे-धीरे जैक की सहायता से पांच फीट ऊंचा किया।

इनका कहना

भवन मालिक धन्नालाल सहल ने बताया कि यदि उन्होंने यह भवन तोड़कर नया बनवाया होता, तो इसमें करीब एक साल का समय लगता और खर्च भी अधिक आता। इस आधुनिक तकनीक के उपयोग से न केवल समय की बचत हुई, बल्कि भवन भी बच गया। 32 साल की मेहनत और जीवनभर की कमाई से 22 साल पहले मैने यह घर बनवाया था।

हम आधुनिक तकनीक से आसानी से भवनों को शिफ्ट करते हैं। कार्य के दौरान भवन की सुरक्षा की पूरी गारंटी दी जाती है। इंजीनियर्स की टीम पहले मकान की स्थिति का भौतिक सत्यापन करती है, उसके बाद इस कार्य को अंजाम दिया जाता है।

  • वरुण कुमार बाबा, इंजीनियर एवं भवन लिफ्ट करने वाली कंपनी के एमडी।