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3 दिनों से आंधी-तूफान और बरसात का दौर, 9 तक यलो अलर्ट

मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है कि आगामी 9 मई तक आंधी, तेज हवा और कहीं-कहीं वज्रपात हो सकता है।

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पश्चिमी विक्षोभ का असर पिछले तीन-चार दिनों से लगातार बना हुआ है। इसके चलते आंधी-तूफान और बिजली कडकऩे की गतिविधियां हो रही है। बरसात के कारण तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। नागौर में सोमवार को अधिकतम तापमान गिरकर 28.4 व न्यूनतम 20.2 डिग्री पर आ गया। मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है कि आगामी 9 मई तक आंधी, तेज हवा और कहीं-कहीं वज्रपात हो सकता है।

तूफानी हवा से कई जगह टीन-छप्पर उड़ गए

नागौर में रविवार देर रात मौसम ने फिर पलटा खाया और तेज आंधी शुरू हो गई। मध्यरात्रि के बाद तूफानी हवा से कई जगह टीन-छप्पर उड़ गए। इसके बाद हल्की बरसात का दौर जारी रहा। सुबह तक तेज हवा चलती रही। वहीं सोमवार को दिन में आसमान में बादलों की आवाजाही का क्रम बना रहा। सुबह 8.30 बजे तक एक एमएम बरसात दर्ज की गई।

पारे में आई भारी गिरावट

बरसात और आंधी-तूफान के कारण पारे में बड़ी गिरावट आई है। अधिकतम तापमान जो चार दिन पहले तक 40 डिग्री के आसपास चल रहा था जो सोमवार को गिरकर 28.4 डिग्री पर आ गया। इसके चलते दिन में भी हवा ठंडी हो गई। रात में कूलर बंद करने पड़े। वहीं रात का पारा भी 20 डिग्री पर आ गया।

आगे क्या…

मौसम विभाग की ओर से नागौर के लिए 6 मई को ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान मेघगर्जन, वज्रपात, करीब 40-60 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से तेज हवा और आंधी की आशंका जताई गई है। वहीं 7 से 9 मई तक यलो अलर्ट है। इस दौरान आंधी-तूफान और बारिश की गतिविधियों का असर बना रहेगा।

आकाशीय बिजली से बचाव के उपाय

घर से बाहर जाने से पहले मौसम के पूर्वानुमान की जांच करें। मौसम की ताज़ा जानकारी रेडियो या टेलीविजन से लें। बिजली गिरने की चेतावनी है तो बाहर जाना स्थगित किया जा सकता है। किसी कारण से घर के बाहर है तो धातु की संरचना या निर्माण वाले आश्रय से बचें। किसी सुरक्षित स्थान पर नहीं हैं तो तुरंत पहाडिय़ों या ऊंचे क्षेत्रों से दूर हो जाएं। बचने के लिए किसी चट्टान का उपयोग न करें व निचले स्थानों पर शरण लें। तालाबों, झीलों और अन्य जल स्रोतों से तुरंत बाहर आएं और दूर हो जाएं। ज़मीन पर सपाट न लेटे। यदि कोई आश्रय उपलब्ध नहीं है तो अपने पैरों को एक साथ रखें अर्थात एडिय़ां एक दूजे को स्पर्श करें। सिर को नीचे रखें, कान ढंक लें और आंखें बंद कर लें। बिजली, फोन, धातु की बाड़ और पवन चक्की से दूर रहें।