Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

एमपी के इस गांव में अचानक फैली अजीब बीमारी, 50 लोग बुरी हालत में पहुंचे अस्पताल

MP News : उमरिया चिनकी गांव में उल्टी-दस्त की समस्या से ग्रस्त होकर अबतक करीब 50 ग्रामीण बीमार हुए हैं। घटना के बाद गांव से लेकर अस्पताल और अस्पताल से लेकर स्वास्थ्य विभाग तक हड़कंप मच गया है।

2 min read
MP News

उमरिया चिनकी गांव में उल्टी-दस्त से हड़कंप (Photo Source- Patrika)

MP News :मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले से सामने आई एक अजीब बीमारी ने स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा दिया है। बता दें कि, जिले के उमरिया चिनकी गांव में एक के बाद एक लगभग 50 ग्रामीण बीमार पड़ गए हैं, जिसके चलतेगांव से लेकर अस्पताल और अस्पताल से स्वास्थ्य विभाग तक हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है कि, सभी मरीज उल्टी-दस्त की समस्या से ग्रसित हैं।

सोमवार को एक के बाद एक ग्रामीण उल्टी-दस्त की समस्या से ग्रस्त होकर शासकीय अस्पताल पहुंच रहे हैं। वहीं, कुछ मरीजों का इलाज स्थानीय डॉक्टरों द्वारा भी किया जा रहा है। इस तरह अबतक करीब 50 ग्रामीण बीमार हुए हैं। प्रभावितों की माने तो गांव में दूषित पानी पीने से उन्हें ये समस्या उत्पन्न हुई है। घटना ने जिला प्रशासन की लापरवाही को उजागर कर दिया है, जहां पानी की गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया गया।

ग्रामीणों को दिया जाएगा साफ पानी

उमरिया चिनकी गांव में उल्टी-दस्त से हड़कंप (Photo Source- Patrika)

घटना की जानकारी लगते ही स्वास्थ्य विभाग और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी (पीएचई) विभाग की टीम गांव पहुंची। टीम ने स्थिति का जायजा लिया और पानी के सैंपल एकत्र किए। जांच अधिकारियों का कहना है कि, सैंपलों की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही बीमारी का सटीक कारण पता चल सकेगा। फिलहाल, गांव में चिकित्सा शिविर लगाए गए हैं और ग्रामीणों को साफ पानी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।

बरती जा रही सतर्कता

इधर, मामला गरमाने के बाद जिला प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि, गांव में वैकल्पिक जल स्रोत उपलब्ध कराए जाएंगे और सफाई अभियान चलाया जाएगा। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि, मानसून के बाद ऐसे मामले बढ़ते हैं, जहां जल स्रोतों में बैक्टीरिया पनपते हैं। स्थानीय लोगों ने मांग की है कि, सरकार गांव में स्थाई जल शुद्धिकरण व्यवस्था सुनिश्चित करें। फिलहाल, सभी मरीजों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।