गृह मंत्री अमित शाह-फाइल फोटो
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को अपना आधिकारिक ईमेल एड्रेस बदल लिया है। अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक आधिकारिक पोस्ट कर यह जानकारी दी है। अब वे जीमेल की जगह जोहो मेल का प्रयोग करेंगे। बता दें कि जोहो कॉर्प ने हाल ही में 'अराटाई' नाम से अपना मैसेजिंग एप्लीकेशन लॉन्च किया है, जिसका उद्देश्य भारतीय बाजार पर कब्जा करना है, जहां वर्तमान में मेटा के स्वामित्व वाले व्हाट्सएप का प्रभुत्व है।
गृह मंत्री ने आधिकारिक 'एक्स' पोस्ट में लिखा, मैंने अपना ईमेल एड्रेस जोहो मेल पर स्विच कर लिया है। कृपया मेरे ईमेल पते में हुए बदलाव पर ध्यान दें। मेरा नया ईमेल एड्रेस 'amitshah.bjp @ http://zohomail.in.' है। भविष्य में मेल के जरिए पत्राचार के लिए कृपया इसी पते का इस्तेमाल करें। उन्होंने 'एक्स' पोस्ट के अंत में लिखा, इस मामले पर ध्यान देने के लिए धन्यवाद।
जोहो मेल एक सुरक्षित और प्रोफेशनल ईमेल सेवा है, जो यूजर्स को बेहतर डेटा प्रबंधन और आसान मेलिंग अनुभव प्रदान करती है। यह खासतौर पर कंपनियों और प्रोफेशनल्स के लिए बनाई गई है। हाल ही में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी अपना आधिकारिक ईमेल पता जोहो मेल पर स्विच किया था, जिससे इसकी लोकप्रियता और बढ़ गई है।
जोहो मेल, जोहो कॉर्पोरेशन की ओर से पेश की गई एक ऑनलाइन ईमेल सेवा है, जो जीमेल या आउटलुक का एक बेहतरीन विकल्प है। आप अपनी कंपनी या संगठन के अपने डोमेन से ईमेल अकाउंट बना सकते हैं, जिससे आपके व्यवसाय को एक प्रोफेशनल पहचान मिलती है।
इसमें सुरक्षा का खास ध्यान रखा गया है। जोहो मेल एन्क्रिप्शन, टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन और स्पैम फिल्टर जैसे फीचर्स देता है, जो आपके ईमेल को सुरक्षित और सुरक्षित रखते हैं। जोहो मेल में डिजिटल ऑर्गनाइजेशन के लिए फोल्डर, लेबल, स्ट्रीम फीचर, कैलेंडर और टू-डू लिस्ट जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं, जो आपकी टीम के लिए सहयोग और काम को आसान बनाती हैं।
इसके अलावा, जोहो मेल यूजर्स को बिना किसी विज्ञापन के एक साफ-सुथरा और ऐड-फ्री अनुभव भी देता है। जोहो मेल का एक और फायदा यह है कि यह जोहो के अन्य टूल्स जैसे जोहो सीआरएम, जोहो डॉक्स और जोहो प्रोजेक्ट के साथ आसानी से जुड़ जाता है, जिससे आपका काम और भी सुचारू हो जाता है। आप किसी भी डिवाइस (चाहे वह कंप्यूटर हो, लैपटॉप हो या मोबाइल) से जोहो मेल को एक्सेस कर सकते हैं, जिससे आपकी मेलिंग हर वक्त और कहीं से भी संभव हो जाती है।
Updated on:
08 Oct 2025 05:35 pm
Published on:
08 Oct 2025 05:34 pm
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