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‘इससे कम सीट नहीं…’, RJD के सामने अड़ गई कांग्रेस! राहुल के स्पष्ट संदेश से दबाव में आ सकते हैं लालू-तेजस्वी

बिहार महागठबंधन में सीट बंटवारे पर बातचीत जारी है, लेकिन अभी तक कोई अंतिम निर्णय नहीं हुआ है। कांग्रेस ने राजद के सामने अपनी मांग रखी है और राहुल गांधी के निर्देश के बाद अपने रुख पर अड़ी हुई है। सीट बंटवारे को लेकर अभी तक कोई सहमति नहीं बन पाई

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राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव। (Photo-IANS)

बिहार महागठबंधन में सीट बंटवारे पर अब तक फाइनल बात नहीं बन पाई है। वहीं, कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों का दावा है कि पार्टी राजद के सामने बिहार में सीटों को लेकर अपनी मांग पर पूरी तरह से अड़ गई है।

दावा यह तक किया जा रहा है कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने नेताओं को अपनी मांग पर अड़े रहने का स्पष्ट संदेश दे दिया है। जिसकी वजह से नेता यह कह रहे हैं कि इतनी सीटों से कम पर बात नहीं बन पाएगी।

राहुल से नहीं हो पाई लालू-तेजस्वी की मुलाकात

राजद नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सोमवार शाम सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की। खड़गे के आवास पर हुई इस बैठक में कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल और पार्टी के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरु मौजूद थे।

ऐसा माना जा रहा था कि तेजस्वी और लालू यादव शाम को राहुल गांधी से भी मिल सकते हैं। हालांकि, यह मुलाकात नहीं हो पाई। सूत्रों के अनुसार, गांधी ने बिहार के नेताओं से 60 सीटों की मांग पर अड़े रहने और पार्टी के हितों पर ध्यान केंद्रित करने को कहा है।

सीट बंटवारे में हो रही देरी का एक और कारण

महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर हो रही देर का एक और कारण है। वह मुकेश सहनी के नेतृत्व वाली विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) है, जो महागठबंधन में 30 सीटों की मांग कर रही है।

इस बीच, सूत्र यह भी दावा कर रहे हैं कि सहनी सीटों को लेकर असहमति पर एनडीए के साथ भी जा सकते हैं। उन्होंने अपने विकल्प अब तक खुले रखे हैं क्योंकि एनडीए खेमे ने सहयोगियों के बीच असंतोष के कारण उम्मीदवारों की सूची की घोषणा टाल दी है।

दो-तीन दिनों सामने आ सकती है उम्मीदवारों की सूची

तेजस्वी यादव ने पहले अल्लावरु और वेणुगोपाल के साथ चर्चा की, जहां बिहार कांग्रेस प्रमुख राजेश राम और बिहार विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान भी मौजूद थे।

ऐसा माना रहा है कि महागठबंधन में अगले एक दो दिनों के दौरान सीट बंटवारे पर सहमति बन सकती है। कांग्रेस और राजद इस सप्ताह एक संयुक्त घोषणापत्र के साथ अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर सकते हैं।

दावा किया जा रहा है कि कांग्रेस और राजद के बीच पांच सीटों को लेकर भी खींचतान चल रही है। दोनों ही इन सीटों को अपना-अपना गढ़ बता रहे हैं।

सूत्रों के मुताबिक, वह सीट बैसी, बहादुरगंज, रानीगंज, कहलगांव और सहरसा हैं। दोनों पार्टियां इन सीटों को लेकर अपना दावा थोक रही हैं।