अनंत सिंह (Photo: IANS)
Bihar Election 2025: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट के लिए पति-पत्नी के बीच होड़ मची हुई है। इस होड़ में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। एक पति ने तो सार्वजनिक रूप से अपनी पत्नी को अयोग्य घोषित कर दिया है। यह सब पार्टी लाइन से ऊपर उठकर चल रहा है।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में पहले ही दो महिला विधायकों को उनके पतियों के मैदान में उतरने के बाद टिकट देने से मना कर दिया गया है। अब उनके स्थान पर पुरुष चुनाव लड़ रहे हैं।
राष्ट्रीय जनता पार्टी से मोकामा विधायक नीलम देवी के पति अनंत सिंह ने मंगलवार को नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड के टिकट पर अपना नामांकन दाखिल किया। अनंत सिंह ने 2020 का चुनाव राजद के टिकट पर जीता था, लेकिन आर्म्स एक्ट के एक मामले में जेल जाने पर उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द कर दी गई थी। इसके बाद हुए उपचुनाव में नीलम देवी विधायक बनीं।
अनंत सिंह वर्ष 2005 में मोकामा विधानसभा से पहली बार विधायक बने थे। आपको बता दूं कि वर्ष 2005 में बिहार में विधानसभा के चुनाव दो बार हुए थे और दोनों ही बार मोकामा से अनंत सिंह ने जदयू के टिकट पर चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी।
अनंत सिंह ने जेल से रिहा होने के बाद चुनाव लड़ने की घोषणा की। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पत्नी अपने क्षेत्र में नहीं आतीं और लोग उनसे नाखुश हैं इसलिए वे चुनाव लड़ेंगे। उनसे जब पत्रकारों ने पूछा कि आप पत्नी के बारे में ऐसा क्यों कह रहे हैं तो उन्होंने उनके बारे में अपशब्द भी कहे। और जब पत्रकारों ने कहा कि पत्नी आपके बयानबाजी पर नाराज नहीं होंगी? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि हम वाजिब बात बोलते हैं।
इससे अलग बिहार के गौराबौराम में मौजूदा विधायक स्वर्णा सिंह के पति सुजीत सिंह ने उनकी जगह ली है। राजस्व सेवा के अधिकारी सुजीत सिंह को भाजपा में शामिल होने के एक दिन बाद ही टिकट मिल गया। उनके पिता सुनील कुमार दरभंगा से पूर्व विधान पार्षद हैं।
2020 के विधानसभा चुनाव में स्वर्ण सिंह ने विकासशील इंसान पार्टी के टिकट पर गौराबौराम विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था और लगभग 7,000 वोटों से जीत हासिल की थी।
Updated on:
15 Oct 2025 06:33 am
Published on:
15 Oct 2025 06:31 am
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