चैतन्यानंद सरस्वती (फोटो - एएनआई)
कॉलेज छात्राओं के यौन उत्पीड़न के मामले में लंबे समय से फरार चल रहा चैतन्यानंद सरस्वती को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन गिरफ्तारी से पहले देश में होने के बावजूद भी चैतन्यानंद कई महीनों तक पुलिस की पकड़ से बचकर सुरक्षित छिपा रहा। अब उसकी गिरफ्तारी के बाद आखिरकार उसका पूरा खेल सामने आया है कि उसने कैसे महीनों तक पुलिस को चकमा दिया। सूत्रों के अनुसार, फरार रहने के दौरान चैतन्यानंद ने पुलिस से बचने के लिए 50 दिनों में 15 होटल बदले।
जांच के अनुसार, खुद को गॉडमैन बताने वाला चैतन्यानंद पुलिस से बचने के लिए ऐसे सस्ते होटलों में रुकता था जहां सीसीटीवी कैमरे नहीं होते थे। चैतन्यानंद के सहयोगियों ने भी इस दौरान उसकी पूरी मदद की। सहयोगी ही चैतन्यानंद के लिए इस तरह के छोटे और सस्ते होटलों की तलाश करते थे और वहां छिपे रहने में उसकी मदद करते थे। चैतन्यानंद की गिरफ्तारी के बाद अब पुलिस उसके सहयोगियों की तलाश में जुट गई है। छात्राओं के उत्पीड़न का मामला सामने आने के समय चैतन्यानंद विदेश में था जिसके बाद उसे आखिरी बार आगरा में देखा गया था।
चैतन्यानंद की तलाश में पुलिस ने कई जगहों पर छापेमारी की लेकिन उसका पता नहीं चल पाया। महीनों तक चली तलाशी के बाद आखिरकार शनिवार देर रात पुलिस ने उसे आगरा के एक होटल से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के तुरंत बाद मेडिकल जांच के लिए चैत्यानंद को सफदरजंग अस्पताल लाया गया। जांच के बाद उसे पटियाला कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 5 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया। जिस होटल से चैतन्यानंद को गिरफ्तार किया गया उसके स्टाफ ने बताया कि चैतन्यानंद ने शनिवार को ही शाम करीब 4 बजे वहां चेक-इन किया था और उसके बाद उससे कोई मिलने नहीं आया। इसके बाद रात करीब 3:30 बजे पुलिस वाले आए और 10 मिनट तक चैतन्यानंद के कमरे में उससे बातचीत की फिर उसे अपने साथ ले गए।
पुलिस ने बताया कि, चैतन्यानंद जांच के दौरान बिल्कुल भी सहयोग नहीं कर रहा है और सवालों का ठीक से जवाब नहीं दे रहा है। उसने पुलिस से कहा है कि वह घबराहट महसूस कर रहा है और उस पर लगे सभी आरोप झूठे हैं। उसने यह भी दावा किया है कि वह अपने फ़ोनों और अन्य डिजिटल उपकरणों के पासवर्ड भूल गया है। जिसके बाद उसके तीन फ़ोन और एक आईपैड को जांच के लिए फ़ोरेंसिक लैब में भेज दिया गया है।
चैतन्यानंद दिल्ली के पॉश इलाके वसंत कुंज में स्थित एक आश्रम का निदेशक था। इस पर शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट कॉलेज की 17 छात्राओं ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने, अश्लील संदेश भेजने और जबरन शारीरिक संबंध बनाने का आरोप लगाया है। चैतन्यानंद छात्राओं को विदेश यात्राओं का लालच देकर फंसाने की कोशिश करता था, लेकिन अगर कोई छात्रा उसके लालच में नहीं आती तो वह उसे फेल होने के डर दिखा देर रात कमरे में बुलाया करता था। छात्राओं ने इंस्टीट्यूट के मैनेजमेंट पर भी इन सभी कामों में चैतन्यानंद का साथ देने का आरोप लगाया है।
Updated on:
29 Sept 2025 02:46 pm
Published on:
29 Sept 2025 02:11 pm
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