
दिल्ली में लाल किले के पास ब्लास्ट। (फोटो- IANS)
दिल्ली में लाल किले के पास 10 दिन पहले हुए कार बम विस्फोट मामले की जांच के दौरान बड़ी जानकारी सामने आई है। जांचकर्ताओं के अनुसार डॉ. उमर ने विस्फोटक डिवाइस को लाल किले के नजदीक स्थित सुनेहरी मस्जिद की पार्किंग में ही असेंबल किया था।
जैसे ही वह तैयार हुआ, वह वहां से निकला और कुछ ही देर बाद धमाका कर दिया। सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि उमर दोपहर बाद 3:19 पर पार्किंग में दाखिल हुआ और लगभग तीन घंटे बाद 6:28 बजे वहां से निकला।
इन तीन घंटों के दौरान उमर एक बार भी कार से बाहर नहीं निकला। 25 मिनट बाद 6:52 बजे नेताजी सुभाष मार्ग पर धमाका हुआ। सूत्रों के मुताबिक, सोमवार होने के कारण लाल किला बंद था।
इस वजह से पार्किंग भी लगभग खाली थी। भीड़ कम होने के कारण उसने पार्किंग में धमाका करने का इरादा बदल दिया। इसके बाद उसने भीड़भाड़ वाले नेताजी सुभाष मार्ग पर धमाका किया। इसके एक तरफ लाल किला और दूसरी तरफ चांदनी चौक है।
दिल्ली की एक अदालत ने बुधवार सुबह अल फलाह विश्वविद्यालय के संस्थापक जवाद अहमद सिद्दीकी को 13 दिन के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया। मामला मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा है।
सिद्दीकी के मामले के लिए जज के आवास पर आधी रात को अदालत लगाई गई। उसे आधी रात के करीब अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश शीतल चौधरी प्रधान के आवास पर उनके सामने पेश किया गया। कार्यवाही रात एक बजे तक चली।
दिल्ली बम ब्लास्ट में अब तक 20 बड़े किरदार सामने आए हैं, जिन्होंने इस पूरी साजिश को बुनने से लेकर उसे अंजाम देने में अहम भूमिका निभाई है।
आत्मघाती हमलावर डॉ. उमर उन नबी, युवाओं को ब्रेनवॉश करने वाली लेडी सर्जन डॉ. शाहीन, कार देने वाले आमिर राशिद अली जैसे किरदार शामिल हैं।
जैश के इस नए मॉड्यूल में 20 से ज्यादा गिरफ्तारी और संदिग्ध हिरासत में हैं। आतंकी डॉक्टरों के मददगार दो मौलवी इस्तियाक और इरफान अहमद भी अब दबोच लिए गए हैं।
Published on:
20 Nov 2025 06:33 am
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